इंदौर: कोरोना मृतक शव को चूहों ने कुतरा, परिजनों का अस्पताल पर आरोप; डीएम ने दिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के राज्य मध्यप्रदेश में कोरोना से होने वाली मौत के मामलों में शवों और इलाज को लेकर लगातार लापरवाही की बात सामने आ रही है। ताजा मामला देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर का है। जिले के अन्नपूर्णा रोड स्थित यूनिक अस्पताल में रखे एक शव को चूहे ने छिन्न-भिन्न कर दिया है। परिजनों के मुताबिक चूहों ने अस्पताल के फ्रीजर में रखे शव को कई जगहों पर कुतर दिया।
ये मामला तब उजागर हुआ जब सोमवार को मृत व्यक्ति के परिजन अस्पताल शव को लेने के लिए आए थे। परिजनों की नजर लिपटे शव की थैली और खून के निशान पर गई, जिसके बाद उनलोगों ने जमकर हंगामा किया। काफी समझाने बुझाने के बाद मामला शांत हुआ। साथ हीं मृतक के परिजनों ने अस्पताल की लापरवाही और अंग चोरी करने का भी आरोप लगाया है।
दरअसल, जिला निवासी 87 वर्षीय नवीन जैन को खून में ऑक्सीजन के स्तर में कमी महसूस होने पर शनिवार को यूनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद जैन की कोविड जांच हुई तो रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई।
अस्पताल के चीफ मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) राकेश पाटीदार ने आउटलुक से बातचीत में कहा, “दरअसल, कोविड संक्रमित व्यक्ति की मौत होने के बाद नगर निगम को शव ले जाने के लिए कॉल किया गया था। क्योंकि, संक्रमण की वजह से शव परिजनों को नहीं सौंपा जाता है। लेकिन, वाहन के आने में कुछ वक्त लगें। इस बीच परिजनों ने अपने मृत व्यक्ति के अंतिम दर्शन की मांग की। निगम के अटेंडेंट द्वारा उन्हें देखने दिया गया, जिसके बाद परिजनों ने आरोप लगाया कि शव को चूहों ने कुतर दिया है और शरीर से खून निकल रहे हैं।“ परिवार द्वारा अंगों की चोरी के आरोप को लेकर पाटीदार ने कहा, “हमारे अस्पताल में इस तरह के गैर-कानूनी कार्य नहीं होते हैं। इसे मैं दावे के साथ कहता हूं। मैंने खुद से भी शव को नहीं देखा है। मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। अस्पताल सहयोग कर रहा है।“
वहीं, इंदौर के जिलाधिकारी मनीष सिंह का कहना है, मामले को गंभीरता से लेते हुए एडिशनल जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रियल जांच शुरू कर दिए हैं। जो भी दोषी पाया जाएगा उन पर कार्रवाई की जाएगी। लापरवाही का मामला जांच के बाद हीं साफ हो पाएगा।
हाल के दिनों में सीएम शिवराज के प्रदेश से अस्पतालों की लापरवाही के कई मामले सामने आए हैं। हाल ही में इंदौर के जाने-माने महाराजा यशवंतराव (एमवाय) अस्पताल में भी शव के साथ लापरवाही का मामला सामने आया था। अस्पताल प्रबंधन शव को मॉर्चुरी में रख कर भूल गए थे, जिसकी वजह से शव स्ट्रैचर पर रखे हुए हीं कंकाल में तब्दील हो गया। बदबू आने के बाद मामले पर प्रशासन की नजर गई। इसी तरह का एक और वाक्या हुआ। मॉर्चुरी में एक बच्चे का शव फ्रीजर में कई दिनों से रखा मिला। इस मामले में मानव अधिकार आयोग ने सख्ती दिखाते हुए जबाव मांगा था, जिसके बाद कमिश्नर ने जांच के लिए टीम का गठन किया।
देश में कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। पिछले 24 घंटे में कुल 75 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि राज्य में 2,500 से अधिक नए मामले दर्ज हुए हैं। अब तक कोरोना से कुल 2,007 लोगों की मौत हो चुकी है।