केरल के बाढ़ पर इसरो के 17 सैटेलाइट की नजर, अब तक 37 लोगों की जा चुकी है जान
केरल इन दिनों पिछले चालीस साल के इतिहास में सबसे बड़ी तबाही झेल रहा है। इस आपदा में आठ जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। सेना, नेवी और एनडीआरएफ के जवान लगातार राहत कार्य में जुटे हुई हैं। राज्य में जारी बारिश और तबाही पर सेना, नेवी और एनडीआरएफ पर इसरो भी नजर बनाए हुए है। केरल में बाढ़ पर इसरो के 17 सैटेलाइट नर बनाए हुए हैं और हर पल की जानकारी मुहैया करवा रहे हैं।
इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 54 हजार लोग बेघर हो गए। इन्हें ठहराने के लिए 439 कैंप बनाए गए हैं। ‘गॉड्स कंट्री’ यानी भगवान की भूमि कहे जाने वाले केरल में अब तक का सबसे बड़ा राहत कारय चल रहा है।
महिलाओं की मदद के लिए महिला कमांडो तैनात
केरल में हालात बिगड़ने के 24 घंटे के भीतर ही सेना बचाव में जुट गई। आर्मी की आठ टुकड़ियां यहां लगी हैं। जहां पानी की वजह से पहुंच पाने की गुंजाइश ही नहीं बची है, वहां जाने के लिए आर्मी 40-40 फीट तक लंबे अस्थाई ओवरब्रिज बना रही है। एयरफोर्स के 2 एयरक्राफ्ट पहुंच गए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ का 14-14 टीमें लगी हैं। सबको मदद मिले इसलिए महिला कमांडो भी लगाई गई हैं।
केरल पर टिकी इसरो के सैटेलाइट की नजरें
इसरो ने अपने 17 सैटेलाइट की नजर केरल पर टिका दी है। इनमें इनसैट-3डी जैसे सैटेलाइट शामिल हैं। ये सर्च एंड रेस्क्यू ट्रांसपॉन्डर से लैस हैं, जो किसी आपदा के वक्त ये बताते हैं कि कहां–कहां लोग फंसे हो सकते हैं। ये सैटेलाइट 6-टाइम इमेजर के जरिये आम सैचेलाइट से छह गुना स्पष्ट तस्वीरें दे रहा है। इनमें लगा सी-सर्फेस टेंपरेचर पानी से जुड़ी आपदाओं की एक्यूरेसी के साथ जानकारी दे रहा है। इन सैटेलाइट में इसरो का जासूसी सैटेलाइट भी शामिल है, जो घने बादल, बारिश, आंधी के बीच भी साफ तस्वीरें दे सकता है।
100 करोड़ रुपये की केंद्रीय मदद का ऐलान
रविवार को केरल का दौरा करने के बाद राजनाथ सिंह ने 100 करोड़ रुपये की केंद्रीय मदद का ऐलान किया है। हालांकि केरल के सीएम ने इससे कहीं ज्यादा की डिमांड रख दी है।
पीड़ितों के डैमेज पासपोर्टफ्री में बदले जाएंगे: सुषमा
विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए ट्वीट करते हुए कहा है कि, केरल बाढ़ पीड़ितों को उनके डैमेज पासपोर्ट बिना किसी फीस के बदले जाएंगे। केरल में आई इस भीषण बाढ़ में अब तक 33 लोग अपनी जान गवां चुके हैं जबकि 6 लोग लापता हैं।
बाढ़ से 8316 करोड़ रुपये का नुकसान, विजयन ने की 400 करोड़ की मांग
केरल में आई बाढ़ से 8316 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बारिश और बाढ़ से कृषि क्षेत्र और सड़क एवं बिजली जैसी अवसंरचना को भारी नुकसान हुआ है।
सीएम पी विजयन ने बताया कि बाढ़ से करीब 20 हजार घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं। सीएम ने बताया कि राज्य पीडब्ल्यूडी की करीब 10 हजार किलोमीटर सड़क खराब हुई हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र से वित्तीय मदद के अलावा नुकसान के आकलन के लिए एक बार फिर केंद्रीय टीम को भेजने का आग्रह किया गया है। विजयन ने केंद्र से 400 करोड़ रुपये की अतिरिक्त मदद की मांग की है।
पिछले 40 साल के इतिहास में सबसे बड़ी तबाही
गौरतलब है कि केरल में पिछले 40 साल के इतिहास में सबसे बड़ी तबाही मचाई है। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि केरल के अलग-अलग हिस्सों में 24 से ज्यादा बांधों को खोलना पड़ा। यहां तक कि 54 हजार लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा।