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16 May 2025

जम्मू-कश्मीर: चिनाब नदी पर बघलीहार डैम के सभी गेट बंद, सलाल डैम का एक गेट खोला गया

चिनाब नदी पर रामबन के बगलिहार जलविद्युत परियोजना बांध के फिलहाल सभी द्वार बंद हैं। यह घटनाक्रम क्षेत्र में जल स्तर की चल रही निगरानी के बीच हुआ है। इसके अलावा रियासी जिले में चेनाब नदी पर बने सलाल बांध के द्वार भी बंद कर दिए गए थे। शुक्रवार की सुबह बांध के एक द्वार को संभवतः बढ़े हुए जल स्तर के कारण ओवरफ्लो को नियंत्रित करने के लिए खोला गया था।

दरअसल, जम्मू एवं कश्मीर में भारी वर्षा के कारण बाढ़ आने की आशंका के कारण 8 मई को बगलिहार बांध के द्वार खोल दिए गए थे। शत्रुता समाप्त करने के समझौते पर पहुंचने के बावजूद, भारत सरकार सिंधु जल संधि पर अपना रुख बनाए हुए है जो अभी भी स्थगित है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद इस संधि को निलंबित कर दिया गया था।

सिंधु प्रणाली में मुख्य सिंधु नदी, झेलम, चिनाब, रावी, व्यास और सतलुज शामिल हैं। इस बेसिन का पानी मुख्य रूप से भारत और पाकिस्तान के बीच है, जबकि चीन और अफ़गानिस्तान का थोड़ा हिस्सा इसमें है। भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में हस्ताक्षरित सिंधु जल संधि के तहत, तीन नदियों, अर्थात् रावी, सतलुज और ब्यास (पूर्वी नदियाँ) का कुल जल, जिसका औसत लगभग 33 मिलियन एकड़ फीट (एमएएफ) है, भारत को विशेष उपयोग के लिए आवंटित किया गया था।

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पश्चिमी नदियों सिंधु, झेलम और चिनाब का औसत जल लगभग 135 एमएएफ था, जिसे संधि में प्रावधानित विशिष्ट घरेलू, गैर-उपभोग्य और कृषि उपयोग के लिए भारत को अनुमति दिए जाने को छोड़कर पाकिस्तान को आवंटित किया गया था। भारत को पश्चिमी नदियों पर रन ऑफ द रिवर (आरओआर) परियोजनाओं के माध्यम से जलविद्युत उत्पादन का अधिकार भी दिया गया है, जो डिजाइन और संचालन के विशिष्ट मानदंडों के अधीन अप्रतिबंधित है।

पूर्वी नदियों, जो भारत को विशेष उपयोग के लिए आवंटित की गई हैं, के जल का उपयोग करने के लिए भारत ने सतलुज पर भाखड़ा बांध, व्यास पर पोंग और पंडोह बांध तथा रावी पर थीन (रंजीत सागर) बांध का निर्माण किया है। इन भंडारण कार्यों के साथ-साथ ब्यास-सतलज लिंक, माधोपुर-ब्यास लिंक, इंदिरा गांधी नहर परियोजना आदि से भारत को पूर्वी नदियों के अधिकांश जल का उपयोग करने में मदद मिली है।

12 मई को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में एयर स्ट्राइक के बाद अब ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति है। प्रधानमंत्री ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को स्थगित करने का उल्लेख किया और कहा कि पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।

उन्होंने यह भी कहा कि यदि पाकिस्तान के साथ बातचीत होगी तो वह केवल आतंकवाद और पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर को खाली कराने पर होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में एक नया मानदंड स्थापित किया है तथा एक नया मानदंड और नई सामान्यता स्थापित की है। 

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TAGS: Ramban chenab river, baglihar dam gates closed, reasi district salal dam, jammu and kashmir
OUTLOOK 16 May, 2025
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