जम्मू-कश्मीर: घर के दोनों गेट पर पुलिस ने खड़े किए ट्रक तो भड़के उमर अब्दुल्ला, पूछा- प्रशासन को इतना डर क्यों?
जम्मू-कश्मीर में परिसीमन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) द्वारा मार्च निकाले जाने से पहले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेन्स के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने एक तस्वीर ट्वीट कर आरोप लगाया है कि प्रशासन ने उनके आवास के बाहर दोनों गेट पर ट्रक खड़े करवा दिए हैं ताकि वो घर से बाहर न निकल सकें और गुपकर अलायंस द्वारा आयोजित विरोध-प्रदर्शन में शामिल नहीं हो सके।
उमर अब्दुल्ला ने प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाया और एक फोटो शेयर करते हुए कहा कि प्रशासन ने उनके घर के बाहर दोनों गेट पर ट्रक खड़े करवा दिए हैं, ताकि वो घर से बाहर न निकल सकें। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन नहीं चाहता है कि लोग घर से बाहर निकल सकें और गुपकर गठबंधन द्वारा आयोजित विरोध-प्रदर्शन में शामिल नहीं हो सकें।
पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेन्स के उपाध्यक्ष ने ट्वीट किया, गुड मोर्निंग, 2022 में आपका स्वागत है। नए साल में भी जम्मू-कश्मीर पुलिस अवैध रूप से लोगों को उनके घरों में बंद कर रही है। प्रशासन सामान्य लोकतांत्रिक गतिविधि से भी डर रहा है। गुपकर गठबंधन द्वारा शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन को भंग करने के उद्देश्य से पुलिस ने हमारे घर के दोनों गेट के बाहर ट्रक खड़े कर दिए हैं। कुछ चीजें कभी नहीं बदलती।’
Good morning & welcome to 2022. A new year with the same J&K police illegally locking people in their homes & an administration so terrified of normal democratic activity. Trucks parked outside our gates to scuttle the peaceful @JKPAGD sit-in protest. Some things never change. pic.twitter.com/OeSNwAOVkp
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) January 1, 2022
इससे पहले उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘एक अराजक पुलिस राज्य की बात करें, तो पुलिस ने मेरे पिता के घर को मेरी बहन के घर से जोड़ने वाले अंदर के गेट को भी बंद कर दिया है। फिर भी हमारे नेताओं के पास दुनिया को यह बताने की हिम्मत है कि भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।’
Talk about a lawless police state, the police have even locked the internal gate connecting my father’s home to my sister’s. Yet our leaders have the cheek to tell the world that India is the largest democracy, hah!! pic.twitter.com/flNICRGk58
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) January 1, 2022
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता एवं गठबंधन के प्रवक्ता एम वाई तारिगामी ने कहा कि यह दुखद है कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन “इतना डरा हुआ है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति नहीं दे पा रहा है।” उन्होंने कहा, “यही स्थिति तब और भी खराब हो जाती है जब लोगों को जनता के सामने अपनी राय रखने की भी अनुमति नहीं होती है।” पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को भी नजरबंद किया गया है. उन्होंने कहा, 'मेरे घर के बाहर भी एक ट्रक खड़ा है।'
गौरतलब है कि पीएजीडी ने जम्मू संभाग में विधानसभा की छह और कश्मीर में एक सीट बढ़ाने के परिसीमन आयोग के प्रस्ताव के खिलाफ शनिवार को श्रीनगर में प्रदर्शन करने की बात कही थी। आयोग की सिफारिशों के बाद जम्मू में सीट संख्या 43 और कश्मीर में 47 हो सकती है।