जम्मू-कश्मीर: 12 घंटे चली मुठभेड़, बारामुला में लश्कर के जिला कमांडर समेत दो आतंकी ढेर
उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले के क्रीरी इलाके में गुरुवार को सुरक्षा बलों ने लगभग 12 घंटे तक चली मुठभेड़ में लश्कर के जिला कमांडर समेत दो आतंकियों को मार गिराया। इनसे हथियार, गोला बारूद और अन्य सामग्री भी बरामद हुई है। यहां लश्कर का एक बड़ा ग्रुप मीटिंग के लिए इकट्ठा हुआ था। कुछ आतंकी मौके से भाग निकलने में सफल रहे। बारामुला के एसएसपी इम्तियाज हुसैन ने इस बात की पुष्टि की।
समर्पण के लिए कहने पर आतंकियों ने की फायरिंग
सुरक्षाबलों की ओर से आतंकियों के एक दल को ट्रैक किया जा रहा था। इसके आधार पर क्रीरी के अथूरा गांव में बुधवार देर रात को एक बड़े ग्रुप के होने की सूचना पर सेना की 52 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), 53 बटालियन सीआरपीएफ और एसओजी बारामुला और क्रीरी ने मिलकर इलाके की घेराबंदी की। वीरवार तड़के ऑपरेशन शुरू किया गया। आतंकियों को पहले समर्पण के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी कार्रवाई से भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई। रिहायशी इलाका होने के चलते पहले स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया जिसके बाद आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। करीब 12 घंटे तक चली भीषण मुठभेड़ में लश्कर के दो स्थानीय आतंकियों को मार गिराया गया।सूत्रों के अनुसार मारे गए आतंकी स्थानीय थे।
कौन है सुहेब अखून
मारे गए आतंकियों में एक का नाम सुहेब अखून है, जो लश्कर का जिला कमांडर था। उसे जिले में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के साथ-साथ युवाओं की भर्ती की जिम्मेदारी दी गई थी। सुहेब पिछले साल अक्टूबर में अन्य चार साथियों के साथ सक्रिय हुआ था और बारामुला में तीन स्थानीय लोगों की हत्या में भी शामिल था। दूसरे आतंकी की शिनाख्त अकील के तौर पर हुई है जो सुहेब का करीबी (बॉडीगार्ड) था। पिछले साल अक्टूबर में उसने सेना की 327 हैवी मोटर रेजीमेंट की रेकी भी की थी, जिस दौरान वह पकड़ा गया था। करीब तीन महीने तक जेल में रहने के बाद छूटने के बाद वह दोबारा सक्रिय हुआ था। दोनों आतंकी खानपोरा बारामुला के रहने वाले थे।
मीटिंग के लिए इकट्ठा हुआ था लश्कर ग्रुप
सूत्रों के अनुसार यह एक बड़ा लश्कर का ग्रुप था जो मीटिंग करने के लिए इकट्ठा हुआ था। इनमें पाकिस्तानी लश्कर कमांडर अबू जरगाम और अन्य कई टॉप आतंकी थे जो भाग निकले। बारामुला के एसएसपी इम्तियाज हुसैन ने दो आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि आबादी और मकानों को कम से कम नुकसान पहुंचे, इसे ध्यान में रखते हुए ऑपरेशन किया गया। लोगों से अपील की गई है कि वह मुठभेड़ स्थल पर एरिया क्लियर होने तक नहीं जाएं। इसके लिए इलाके में पोस्टर भी लगवाए गए हैं।