जयललिता का निधन, तमिलनाडु में शोक की लहर
68 वर्षीय मुख्यमंत्राी जयललिता को दय संबंधी समस्या में सहायक उपकरण एक्स्टाकाॅरपोरल मेम्ब्रेन आॅक्सीजेनेशन :ईसीएमओ: पर रखा गया था और दयरोग विशेषज्ञ समेत तमाम चिकित्सक उनका इलाज कर रहे थे। रात 11 बजकर 30 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। इससे पहले सोमवार की शाम में उनके निधन की खबर फैलने से अफरातफरी मच गई थी
अस्पताल के बाहर महिलाओं समेत अन्नाद्रमुक के सदस्य तथा जनता बड़ी संख्या में जयललिता की खैरियत जानने के लिए एकत्र थे। सभी में शाेेक का माहौल है। यहां सुरक्षा व्यवस्था अत्यंत कड़ी कर दी गयी है। पार्टी के चिंतित समर्थक उनके स्वास्थ्य में सुधार के लिए लगातार प्रार्थना कर रहे थे।
तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक टी के राजेन्द्रन ने सभी पुलिसकर्मियों को अगला आदेश जारी होने तक ड्यूटी पर तैनात रहने को कहा है। उन्होंने कहा, पुलिसकर्मियों को अगले आदेश मिलने तक अपनी वर्दी और वाहन पर कानून एवं व्यवस्था बंदोबस्त ड्यूटी के लिए तैनात रहना है।
अपोलो अस्पताल के बाहर भारी संख्या में उनके समर्थक अब भी मौजूद हैं। पुलिस और समर्थकों में हिंसक झड़प भी देखने को मिल रही है। सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। पुलिस और सुरक्षा जवानों की भारी तैनाती की गई है। लोग विलाप कर रहे हैं।
अपोलो अस्पताल के मुख्य संचालन अधिकारी डाॅ. सुबैया विश्वनाथन ने कहा कि उनका उपचार दयरोग विशेषग्यों, पल्मोनोलाॅजिस्ट और गंभीर स्थिति देखभाल विशेषज्ञोंं समेत विशेषज्ञ चिकित्सकों का एक दल कर रहा था।जयललिता को उनके समर्थक प्यार से अम्मा कहते थे। भाषा एजेंसी