झारखंडः हेमंत सरकार पर बरसे भाजपा नेता, पांच हजार जनप्रतिनिधियों को किया सम्मानित
रांची। पंचायत चुनाव दलीय आधार पर नहीं हुआ था मगर प्रदेश भाजपा ने आज राजधानी में पंचायत चुनाव में जीते 5 हजार से अधिक जनप्रतिनिधियों को हरमू मैदान में सम्मानित किया। पार्टी ने इन्हें भाजपा परिवार का सदस्य बताया है। इसमे जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया, जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, प्रमुख, उप प्रमुख, मुखिया उप मुखिया शामिल हुए।
सभा को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय राज्य पंचायती राज राज्य मंत्री कपिल मोरेश्वर पाटिल ने कहा कि पंचायत जन प्रतिनिधि गांव के विकास की कुंजी हैं, जनता ने आप को घर सौंपा है। गांव के विकास का ताला आपसे खुलेगा।
पाटिल ने भाजपा प्रदेश संगठन की तारीफ करते हुए कहा कि झारखंड देश का पहला राज्य है जहां राज्यस्तर में पंचायत प्रतिनिधियों का सम्मान किया गया है। कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते है कि भारत के गांव का विकास इस तरह हो, हर प्रकार की सुविधा मिले ताकि लोगों का पलायन शहर की तरफ न हो।
उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि आप क्षेत्र में अपने काम से उदाहरण बनो। देश आपसे प्रेरणा ले। कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से नए पंचायत प्रतिनिधियों को अपने कार्यों और अधिकारों को समझने हेतु प्रशिक्षण देने के लिए राशि आवंटन करती है, लेकिन झारखंड की सरकार उसका इस्तेमाल नही करती है क्योंकि हेमन्त सरकार को लगता है कि यहां के आदिवासी जनप्रतिनिधि अगर अपने हक और अधिकार को जान जाएंगे तो सरकार भ्रष्टाचार नही कर पाएगी अतः आप सभी जनप्रतिनिधि इस पर नजर रखें।
केंद्र ने 2938 करोड़ रुपये की झारखंड सरकार को की मदद
पाटिल ने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड के गांव के विकास हेतु 2020-21 में 2938 करोड़ रूपये की मदद की थी। केंद्र सरकार की पांच साल की योजना है जिसमे 8574 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है। आज देश मे विपक्षी दलों वाली सरकार की परिपाटी बन गयी है कि केंद्र सरकार की जिन योजनाओं में मोदी जी का नाम नही होता है उसे राज्य सरकार अपनी योजना बताती है उस पर आप सभी नजर रखें और ग्रामीणों को सही जानकारी दें।
प्रॉपर्टी कार्ड योजना से जनता को होता लाभ,राज्य सरकार कर रही दिग्भ्रमित
पाटिल ने केंद्र सरकार की स्वामित्व योजना को झारखंड में फेल बताया। कहा कि इस योजना से जनता को लाभ होता। ड्रोन के द्वारा उनकी भूमि का सर्वे हो जाता और उन्हें प्रॉपर्टी कार्ड निर्गत किया जाता। उस कार्ड के माध्यम से ग्रामीण बैंक से लोन ले सकते थे। लेकिन राज्य सरकार ने इस योजना को जनता के खिलाफ बताया और कहा कि इससे आप सबकी जमीन छिन जाएगी। इस अफवाह के कारण राज्य की जनता इसका लाभ उठाने से वंचित रह गई।
हेमंत सरकार को उखाड़ फेंकने तक भाजपा चैन से नहीं बैठेगी: दीपक प्रकाश
समारोह को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि पंचायत चुनाव कराने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के आंदोलन के बाद हेमंत सरकार चुनाव कराने को मजबूर हुई। किन्तु चुनाव में हेमंत सरकार ने पिछड़ों का हक़ अधिकार छीन लिया।
उन्होंने कहा कि 2006-14 की तुलना में 2014-22 में वित्त आयोग ने पांच गुना अधिक अनुदान दिया है। 54 ₹ प्रति व्यक्ति से आज 674 ₹ प्रति व्यक्ति आवंटन किया गया। केंद्र सरकार पैसे भेजती है किन्तु हेमंत सरकार उस पैसे पर कुंडली मारकर बैठी रहती है, खर्च नहीं करती है। योजनाएं केंद्र सरकार भेजती है उन योजनाओं को यह सरकार लटकाने का कार्य करती है। हेमंत सरकार गांव गरीब किसान कि उन्नति नहीं चाहती है।
देश में सर्वाधिक भ्रष्ट सरकार हेमंत सरकार है। कांग्रेस जेएमएम और राजद परिवारवाद पर चलने वाली प्राइवेट एजेंसी की सरकार है। बहन बेटियों के साथ सर्वाधिक दुष्कर्म हेमंत सरकार में हुआ है। 32 महीने में 575 बहन बेटियों के साथ दुष्कर्म हुए। देश में सर्वाधिक हत्या भी इसी सरकार में हुई है। जंगल राज स्थापित हो गया है। उन्होंने कहा कि जब तक इस भ्रष्टाचारी सरकार को उखाड़ नहीं फेंकते भाजपा चैन से नहीं बैठेगी। अटल जी ने झारखण्ड का निर्माण किया था जिसे संवारने का कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।
हेमंत सरकार नहीं, धन कमाने के लिए बनी है: बाबूलाल
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पंचायत चुनाव में 53 परसेंट भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पंचायत प्रतिनिधि के रूप में चुनकर आए हैं जिसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि आज के समय में राज्य में लुटेरी सरकार है और ऐसी स्थिति में गरीबों को योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए हम सभी को सतर्क रहना पड़ेगा।
मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार के 3 साल में कहीं कोई काम नहीं हुआ है। इस सरकार ने गरीबों की कोई चिंता नहीं है। बालू भी जनता को नसीब नहीं हुआ एवं 3 सालों में बालू की एक बार भी नीलामी नहीं हुई। किंतु झारखंड से बाहर बालू भेज दिया गया। सिर्फ साहेबगंज में 1000 करोड़ से अधिक का घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि ये पहले मुख्यमंत्री हैं जो अपने ही खिलाफ कार्रवाई केलिए राजभवन का चक्कर लगा रहे हैं। हेमंत सरकार की मौत निश्चित है। ये सिर्फ अपने और अपने परिवार के लिए धन कमाने में लगे हुए हैं इनका जनता से कोई लेना देना नहीं है। मरांडी ने कहा कि जिस राज्य के मुखिया पैसे के लिए सत्ता में बैठे हैं उस राज्य का कभी भला नहीं हो सकता। हमें वर्तमान सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेकर जाना है।
सभा को भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सम्बोधित करते हुए कहा कि हमने गांव का विकास कैसी हो इसकी रूपरेखा बनाने हेतु "योजना बनाओ" योजना की शुरुआत की थी। इसके माध्यम से ग्रामीण आपस में बैठकर चर्चा करके योजना बनाते थे। आप सभी राज्य के उठा पटक से दूर रहकर गांव का विकास कैसे हो इस पर ध्यान केंद्रित करें। मोदी की सरकार ने 39 हज़ार करोड़ रुपया गांव की विकास हेतु भेजा। जिसके माध्यम से झारखंड में मेरी सरकार के कार्यकाल में लगभग 4 हज़ार पंचायत भवनों का निर्माण कराया गय। महिला जनप्रतिनिधियों का आह्वान किया कि जिस प्रकार से अपने परिवार एवं बच्चों की देखभाल करते है ठीक उसी प्रकार से अपने पंचायत की जनता का भी देखभाल करें। गांव नशा मुक्त हो,गरीबो को योजनाओं का लाभ मिले इस,अच्छा खाना मिले, प्रशव पीड़ा से किसी की मृत्यु न हो, इन सभी बातों पर ध्यान दे। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने पंचायत सचिवालय को शिथिल कर दिया है। गांव क विकास ठप्प हो गया है।
प्रदेश उपाध्यक्ष विधायक जेपी पटेल, प्रदेश महामंत्री एवं सांसद आदित्य साहू, एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद समीर उरांव, एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक अमर बाउरी, सांसद, पीएन सिंह, सुनील उरांव, विधायक किशुन दास, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी और रविंद्र राय ने भी सम्बोधित किया।