ईडी कार्यालय करता रहा इंतजार, हेमंत पहुंचे हाई कोर्ट, ईडी के समन को चुनौती का मामला
रांची जमीन घोटाला मामले में समन के आलोक में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का इंतजार करता रहा मगर सोरेन ईडी कार्यालय के बदले हाई कोर्ट पहुंचे हाई कोर्ट और ईडी की शक्ति शक्तियों को चुनौती दी। समन को चुनौती देने के लिए हेमंत सोरेन सुप्रीम कोर्ट गये थे। 18 सितंबर को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट में हाई कोर्ट जाने को कहा था।
शनिवार को हाई कोर्ट में दायर याचिका को उसी को आधार बनाते हुए ईडी द्वारा कोई पीड़क कार्रवाई नहीं किये जाने का आग्रह किया गया है। याचिका में ईडी पर चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की साजिश का आरोप लगाते हुए पीएमएलए 2002 की धारा 50 और 63 की वैधता को चुनौती दी गई है। इन्हीं धाराओं के तहत ईडी को पूछताछ के दौरान गिरफ्तारी का अधिकार है। और हेमंत सोरेन को डर है कि कहीं इडी इसका इस्तेमाल न करे।
रांची जमीन घोटाला मामले में ईडी की ओर से 23 सितंबर को हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय में हाजिर होने के लिए समन किया गया था। हेमंत सोरेन को ईडी का यह चौथा समन है। मगर किसी भी समन पर हेमंत सोरेन ईडी कार्यालय नहीं गये बल्कि समन के आदेश को ही चुनौती देते रहे। इधर हेमंत सोरेन को समन के आलोक में रांची के एयरपोर्ट रोड में ईडी कार्यालय के बाहर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था।
ईडी दफ्तर के बाहर बैरिकेडिंग के साथ सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। अब देखना है कि अदालत का क्या रुख होता है और ईडी का अगला कदम क्या होगा। इसके पहले ईडी की ओर से हेमंत सोरेन को 14 अगस्त, 23 अगस्त और 9 सितंबर को समन किया जा चुका है।
बता दें कि रांची जमीन घोटाला मामले में रांची के पूर्व डीसी छविरंजन, विष्णु अग्रवाल सहित 13 आरोपी जेल में बंद है। इधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर हमला करते हुए कहा कि हेमंत सोरेन ईडी भागते क्यों फिर रहे हैं। उन्होंने गलत नहीं किया है तो ईडी का सामना करना चाहिए।