झारखंड के सीएम का कारकेड रोकने की कोशिश का मामला: डीजीपी ने कहा-गुंडागर्दी, भाजपा बोली-पुलिस की विफलता
एक युवती की हत्या पर उबाल के बाद रविवार को आक्रोशित लोगों द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कारकेड को रोकने की कोशिश और उपद्रव का मामल तूल पकड़ रहा है। पुलिस महानिदेशक एमवी राव ने कहा है कि सीएम के काफिले पर साजिश के तहत हमला किया गया। इस मामले में बड़े नेताओं से भी पूछताछ होगी। हमले में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। इस तरह की गुंडागर्दी नहीं चलने दूंगा। गुंडागर्दी करने वालों से आयरन हैंड से निबटूंगा। उसी स्थान पर उनका हाथ-पैर तोड़ दिया जायेगा। इस मामले में उपद्रवियों को समझ में आ जायेगा कि कानून की क्या ताकत होती है। गुंडागर्दी करने वाले इसे चेतावनी समझ लें। यह भी कहा कि दुष्कर्म की पुष्टि भी अभी नहीं हुई है। ओरमांझी में युवती की लाश मिली है। लगता है कहीं दूसरी जगह हत्या कर उसे यहां फेंक दिया गया है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। इधर पुलिस ने अपराधियों का सुराग देने वालों को 25 के बदले 50 हजार का इनाम देने की घोषणा की है। इस मामले में पुलिस ने तीन दर्जन लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज करते हुए एक दर्जन से अधिक लोगों को हिरसात में लेकर पूछताछ कर रही है। वीडियो फूटेज की मदद से उपद्रव में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है।
रविवार को ओरमांझी में युवती की नंगी हालत में सिर कटी लाश मिली थी। उसके बाद से लोगों में गुस्सा था। खुद भाजपा नेताओं ने इस पर गहरा एतराज जताते हुए विरोध प्रदर्शन किया था। उनका शिष्टमंडल राज्यपाल से भी मिला था।
इधर पुलिस महानिदेशक की टिप्पणी के बाद भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर उनके बयान पर कड़ा विरोध दर्ज कराया। कहा कि घटना जनाक्रोश का परिणाम है। घटना पुलिस प्रशासन की विफलता है। जो लोग मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगे हैं कार्रवाई उनके खिलाफ होनी चाहिए। खुफिया विभाग के अफसरों पर होनी चाहिए। लोकतंत्र में सब को आंदोलन का हक है और पुलिस महानिदेशक उन्हें गुंडा बता रहे हैं। निर्दोष लोगों के पूरे परिवार के साथ उठाकर पुलिस थाने ले गई है। कार्रवाई तो कानून तोड़ने वाले पर होना चाहिए। इधर पुलिस सूत्रों के अनुसार उपद्रवियों की तलाश के साथ ही पुलिस महकमा अपने मोर्चे की खामी भी तलाश रही है। ताकि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।