झारखंड : पहले चरण में साढ़े तीन लाख लोगों का होगा कोरोना का टीकाकरण, हेमंत सोरेन ने की तैयारी की समीक्षा
झारखंड में करीब एक करोड़ लोगों को कोरोना के टीके लगाये जायेंगे। पहले चरण में सबसे पहले करीब डेढ़ लाख हेल्थ वर्कर्स और आंगनबाड़ी सेविकाओं सहित कोई साढ़े तीन लाख लोगों का टीकाकरण होगा। गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कोरोना के टीकाकरण की तैयारियों की स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव आदि के साथ समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मुकम्मल तैयारी का निर्देश दिया। कहा कि सभी विभागों और निजी स्वास्थ्य संस्थानों के साथ समन्वय कर व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। टीकाकरण अभियान के निगरानी और व्यवस्था के लिए जिलों में उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है।
टीकाकरण के लिए पूरे प्रदेश में 275 वैक्सीन भंडार बनाये गये हैं। पहले चरण में डेढ़ लाख हेल्थ वर्कर्स और आंगनबाड़ी सेविकाओं का टीकाकरण होगा। इसके बाद राज्य और केंद्र के पुलिस के जवानों, सशस्त्र बल, होमगार्ड, जेल कर्मचारी, आपदा प्रबंधन समन्वयक, सिविल डिफेंस, नगरपालिकाकर्मी और राजस्व अधिकारियों के रूप में काम करने वाले फ्रंट लाइन वर्कर्स का टीकाकरण होगा। इसके लिए दो लाख लोगों की पहचान की गई है। इसके बाद 50 साल से अधिक के 62.97 लाख लोगों तथा शुगर, बीपी, कैंसर और फेफड़ा रोग से ग्रसित लोगों को प्राथमिकता के साथ अभियान में शामिल किया जायेगा। ऐसे लोगों की अनुमानित संख्या कोई 33.42 लाख है। प्रदेश में 275 वैक्सीन भंडार बनाये गये हैं जिनमें दो क्षेत्री भंडार हैं इसके अतिरिक्त सभी 24 जिलों में एक-एक तथा 248 सामुहिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में वैक्सीन भंडार बनाये गये हैं। टीकाकरण के बाद टीका लेने वालों को टीकाकरण का डिजिटल प्रमाण पत्र दिया जायेगा। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी के अनुसार लाभार्थियों को स्वास्थ्य आईडी का भी निर्माण किया जायेगा। टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटनाओं की रिपोर्टिंग और ट्रैकिंग की भी व्यवस्था की गई है।