झारखंड : सिमडेगा में युवक को ग्रामीणों ने जिंदा जलाकर मार डाला, महज यह थी वजह
रांची। मॉबलिंग के खिलाफ झारखंड विधानसभा ने एक पखवाड़ा पहले ही विधेयक पास किया है मगर घटनाएं हैं कि थमने का नाम नहीं ले रही हैं। दो दिन पहले ही गुमला में डायन बिसाही के शक में दंपती के दो बेटों को बिजली के खंबे से बांध की पीटा और एक की आंख फोड़ दी। अब बगल के जिला सिमडेगा के एक सनसनीखेज खबर सामने आयी है। मंगलकार को सिमडेगा जिला के कोलेबिरा थाना क्षेत्र के बेसराजरा गांव में एक युवक संजू प्रधान को ग्रामीणों ने पहले पीटा, उतने से मन नहीं भरा तो बांधकर जिंदा जला दिया। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने मामले में सिमडेगा डीसी और एसपी को जांच कर कार्रवाई करते हुए अवगत कराने का निर्देश दिया है।
संजू मूलत: ठेठइ टांगर थाना के बंबुलकेरा गांव का रहने वाला था। उस पर आरोप है कि वह जंगल के पेड़ काटकर बेच देता था। खूंटकटी प्रथा के समर्थक ग्रामीणों का जंगल से पेड़ों की कटाई को लेकर एतराज था और ग्रामीण लगातार उसका विरोध करते थे। संजू प्रधान के बारे में बताया जाता है कि वह मूलत: लकड़ी का कारोबार करता था। घटना के बाद इलाके में तनाव है।
बड़ी संख्या ग्रामीण जो जंगल से लकड़ी कटाई के विरोध में हैं सड़क पर उतर आये हैं। किसी तरह अधजली जलाश को उठाकर पुलिस ले गई। महौल न बिगड़े इसे ध्यान में रखते हुए सिमडेगा एसपी ने अतिरिक्त पुलिस की तैनाती कर दी है। खुद भी घटना स्थल पर पहुंच गये हैं। कोलेबिरा और ठेठई टांगर थाना के प्रभारी घटना स्थल पर कैंप किये हुए हैं। स्थानीय पुलिस के अनुसार मामले की जांच की जा रही है।