झारखंड: अब दुमका में सामूहिक दुष्कर्म के बाद नाबालिग की हत्या, सीएम हेमंत ने लिया संज्ञान
झारखंड में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की घनाएं थम नहीं रही हैं। गुमला के चैनपुर और साहिबगंज के बरहेट ( मुख्यमंत्री के चुनाव क्षेत्र) में पांच-पांच लोगों द्वारा नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री के गृह जिला दुमका में एक और नाबालिग की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई।
एक सप्ताह के भीतर संताल में सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या की यह दूसरी घटना है। तीनों मामले में आदिवासी बच्चियां शिकार हुई हैं। साहिबगंज में तो दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। दोनों घटनाओं को लेकर विपक्ष हमलावर है। दुमका की घटना ने विपक्ष को एक और मौका दे दिया है। दुमका विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को चुनाव है। यह सीट मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की छोड़ी हुई सीट है। और यहां से उनके छोटे भाई बसंत सोरेन चुनाव लड़ रहे हैं। जाहिर है विपक्ष इस तरह की घटनाओं को कैश कराने की कोशिश करेगा।
झारखंड की उप राजधानी दुमका में पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाली 12 साल की आदिवासी बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए अवगत कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने जिलों को निर्देश दिया है कि इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से दोषियों को त्वरित सजा दिलायें। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया है। हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने भी ट्वीट कर घटना की निंदा की है और अविलंब मामले की जांच कराकर दोषी को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। यह भी कहा है कि डीआइजी दुमका अवैध खनन में व्यस्त हैं। उनका काम क्राइम रोकना नहीं अवैध उद्योग धंधों को बढ़ावा देना है।
घटना दुमका जिला के रामगढ़ के भालसुमर पंचायत के ठाड़ी गांव की है। शुक्रवार की सुबह बच्ची साइकिल से ट्यूशन पढ़ने निकली थी। देर तक घर नहीं लौटी तो परिजन ढूंढने निकले। तब बच्ची के पिता को ठांडी के करीब सड़क किनारे बेटी की साइकिल दिखी। तलाशने पर वहीं झाड़ी में उसकी लाश मिली। तब पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।
पिछले शनिवार को गुमला के चैनपुर में पांचवीं कक्षा की 14 वर्षीय आदिवासी बच्ची को अगवाकर पांच युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था और पंचायत में जाने व विरोध करने पर पीड़िता की मां और भाई की पिटाई की थी। वहीं सहिबगंज जिला की घटना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र की है जहां शुक्रवार को सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। हालांकि दोनों मामलों में सभी पांच-पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। भाजपा ने इस पर हेमंत सरकार की आलोचना करते हुए कहा था कि बेटियां इनके राज में सुरक्षित नहीं हैं, रोजाना पांच महिलाएं दुष्कर्म का शिकार हो रही हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह क्या हो रहा है। कहां हैं कानून-व्यवस्था संभालने वाले। इधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने दुमका के रामगढ़ और साहिबगंज के बरहेट में नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या को लेकर टीम भेजने का निर्णय किया है। शनिवार टीम दोनों परिवारों से मिलेगी। टीम में भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव, सांसद सुनील सोरेन, पूर्व मंत्री हेमलाल मुर्मू, पूर्व आइपीएस अधिकारी अरुण उरांव, राजकुमार पाहन, अशोक बढ़ाईक, प्रदेश प्रवक्ता मिस्फीका हसन आदि शामिल रहेंगे।