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14 October 2020

झारखंड: जनगणना में आदिवासी धर्म कोड को लेकर चक्‍का जाम कल

जनगणना के कॉलम में आदिवासी धर्म कोड शामिल करने की मांग को लेकर आदिवासी संगठन संघर्ष तेज कर रहे हैं। इस मांग को लेकर केंद्रीय सरना समिति, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद और आदिवासी सेंगल अभियान ने गुरूवार 15 अक्‍टूबर को झारखंड  का जाम का कॉल दिया है। राज्‍य भर में प्रमुख सड़कों, चौक चौराहों को जाम किया जायेगा। इन संगठनों के द्वारा चक्‍का जाम की पूर्व संध्‍या पर रांची में मशाल जुलूस निकाला गया। आंदोलनकारियों के अनुसार 15 अक्‍टूबर को झारखंड सहित बंगाल, बिहार, ओडिशा, और असम में भी प्रभाव वाले इलाके में चक्‍का जाम का कार्यक्रम होगा।  

दरअसल प्रथम जनगणना यानी 1871 से 1951 तक की जनगणना में आदिवासियों के लिए अलग कॉलम था। 1961 की जनगणना में इसे समाप्‍त कर दिया गया। आदिवासी संगठन इसे अपनी अलग पहचान, अपने अस्तित्‍व की लड़ाई मान रहे हैं। चाहते हैं कि 2021 की जनगणना में अलग आदिवासी कोड का प्रावधान किया जाये। इसके लिए विधानसभा के बीते सत्र के दौरान मानव श्रृंखला का निर्माण किया था, हस्‍ताक्षर अभियान चलाया था। चाहते थे कि सरकार सदन से प्रस्‍ताव पारित कर केंद्र को भेजे। हालांकि मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन अगले शीतकालन सत्र के पूर्व प्रस्‍ताव तैयार कर केंद्र को भेजने का आश्‍वासन दिया है। आधा दर्जन बार आदिवासी संगठनों और ईसाई संगठनों की ओर से सरना या आदिवासी धर्म कोड को जनगणना में शामिल करने के लिए मुख्‍यमंत्री से मिलकर ज्ञापन सौंपा जा चुका है।

केंद्रीय सरना समिति के अध्‍यक्ष फूलचंद तिर्की, आदिवासी विकास परिषद के महासचिव सत्‍यनारायण लकड़ा के अनुसार 15 अक्‍टूबर को पूरे प्रदेश में चक्‍का जाम रहेगा। विभिन्‍न आदिवासी संगठनों के लोग समर्थन में सड़क पर उतरेंगे। आवश्‍यक सेवाओं को इससे मुक्‍त रखा गया है। वहीं पुलिस प्रशासन ने चक्‍काजाम समर्थकों ने निबटने के लिए अपनी तैयारी कर ली है। दूसरी तरफ आदिवासी जनपरिषद ने बैठक कर 20 अक्‍टूबर को मानव श्रृंखला निर्माण का निर्णय किया है।

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TAGS: झारखंड, जनगणना, आदिवासी धर्म कोड, चक्‍का जाम, jharkhand, Road jam, tribal religion code, census
OUTLOOK 14 October, 2020
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