झामुमो ने बागी विधायक सीता सोरेन और लोबिन को पार्टी से 6 साल के लिए निकाला, विधायक चमरा लिंडा भी हो चुके निलंबित
रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ने को लेकर तीन विधायकों को निलंबित कर दिया है। बगावत कर दुमका से भाजपा से चुनाव लड़ने वाली शिबू सोरेन की बड़ी बहू जामा से झामुमो विधायक सीता सोरेन और विधायक लोबिन हेंब्रम को छह साल केलिए पार्टी से निलंबित कर दिया है। बोरियो से झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम राजमहल संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं जबकि पार्टी ने यहां से सांसद रहे विजय हांसदा को अधिकृत उम्मीदवार बनाया है। झामुमो अबतक बगावत कर चुनाव लड़ने वाले तीन विधायक और दो पूर्व विधायक पर कारवाई कर चुका है।
इसके पहले बिशुनपुर विधायक चमरा लिंडा को झामुमो निलंबित कर चुका है। पार्टी की हिदायत के बावजूद चमरा लोहरदगा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ गए जबकि यह सीट गठबंधन में कांग्रेस के खाते में आई और यहां से सुखदेव भगत कांग्रेस के उम्मीदवार थे। लोहरदगा सीट पर 13 मई को चुनाव हो चुका है। खूंटी से निर्दलीय चुनाव लड़ने को लेकर पूर्व विधायक बसंत लौंगा को भी झामुमो ने छह साल केलिए निलंबित कर दिया है।
खूंटी से झामुमो के कालीचरण मुंडा भाजपा के अर्जुन मुंडा को चुनौती दे रहे हैं। खूंटी में भी 13 मई को मतदान हो चुका है। कोडरमा से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे पूर्व विधायक जेपी वर्मा को भी झामुमो ने निलंबित कर दिया है। गठबंधन में कोडरमा सीट भाकपा माले के हिस्से आई है जहां से बगोदर से माले विधायक विनोद सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। इनका मुकाबला भाजपा सांसद अन्नपूर्णा देवी से है। कोडरमा में 20 मई को मतदान है।