गौरी लंकेश का किया गया अंतिम संस्कार, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी रहे मौजूद
वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की मंगलवार रात 8 बजे के करीब बेंगलुरु में गोली मारकर हत्या कर दी गई। जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को राजराजेश्वरी नगर स्थित उनके घर में घुसकर उन्हें गोली मारी गई। अज्ञात शख्स ने उन पर कई गोलियां चलाईं, जिसके बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) एम एन अनुचेत ने कहा कि राजराजेश्वरी इलाके में उनके आवास पर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। बता दें कि कथित तौर पर गौरी लंकेश सांप्रदायिकता को लेकर अपने विचारों की वजह से दक्षिणपंथी संगठनों के निशाने पर थीं। फिलहाल इस मामले में पुलिस कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
वहीं गौरी लंकेश का अंतिम संस्कार बुधवार को बेंगलुरू के चामराज पेट में किया गया। उनके अंतिम संस्कार में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी पहुंचे।
Karnataka Chief Minister Siddaramaiah pays tribute to #GauriLankesh in Bengaluru's Chamrajpet pic.twitter.com/ZjWeZV52jR
— ANI (@ANI) September 6, 2017
#GauriLankesh's mortal remains at Chamrajpet in Bengaluru; Lankesh was shot dead last evening, murder being probed by three police teams. pic.twitter.com/sDB0yURLoJ
— ANI (@ANI) September 6, 2017
गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बेंगलूरू में पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को लेकर कर्नाटक सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
सीबीआई जांच की मांग
गौरी लंकेश के भाई इंद्रजीत लंकेश ने कहा है "गौरी लंकेश एक सामाजिक कार्यकर्ता थीं। वह सिर्फ अपना काम करती थीं। मुझे पता है उन्हें किसी तरह की धमकी नहीं मिलती थी।" लंकेश के भाई ने अब इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
She was an activist, she was doing her job, there were no threats as of now as far as we know: Indrajit Lankesh, #GauriLankesh's brother pic.twitter.com/zZa8h8mZBT
— ANI (@ANI) 6 September 2017
सोनिया ने की निंदा
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस घटना पर दुख जताया है। सोनिया ने कहा, ‘‘राज्य में सुरक्षित माहौल बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाया जाना चाहिए।’’
सीसीटीवी में नजर आए हत्यारे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज में गौरी के संदिग्ध हत्यारे दिखाई दे रहे हैं। पांच सेकेंड के विजुअल में साफ दिख रहा है कि एक व्यक्ति जिसने सिर पर हेलमेट और काले रंग की जैकेट पहनी हुई है, गौरी लंकेश की तरफ फायरिंग कर रहा है। वह गौरी से करीब 10 फिट की दूरी पर बाइक पर बैठे हुए वारदात को अंजाम दे रहा है।
केन्द्रीय मंत्रियों ने जताया दुख
केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्वीट कर कहा, “वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की निंदा करती हूं। आशा है कि शीघ्र जांच कर और न्याय न्याय दिया जाएगा। परिवार के लिए सांत्वना।”
Condemn killing of senior journalist Gauri Lankesh. Hope speedy investigation is conducted & justice delivered. Condolences to the family.
— Smriti Z Irani (@smritiirani) 6 September 2017
वहीं कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने गौरी लंकेश की हत्या की निंदा की है और कहा कि वह पत्रकारों के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा का विरोध करते हैं।
Terrible news from Bengaluru about the heinous murder of Gauri Lankesh. I condemn all acts of violence against journalists.
— Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) 5 September 2017
'यह लोकतंत्र की हत्या है'
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है। सीएम ने इस मामले की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम (एसआईटी) से कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि अभी तक इस हत्या की लिंक पता नहीं चल सकी है।
In fact, this is an assassination on democracy. In her passing, Karnataka has lost a strong progressive voice, and I have lost a friend.
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) September 5, 2017
कर्नाटक के गृह मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने कहा, 'दो सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। तीन टीमें इस पर जांच कर रही हैं।'
There are two CCTV cameras; three teams are working on this: Karnataka Home Minister Ramalinga Reddy #GauriLankesh pic.twitter.com/y3rO0ryhvB
— ANI (@ANI) September 5, 2017
वहीं इस हत्या के बाद विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गया।
Protest being held outside senior journalist #GauriLankesh's residence in Bengaluru's Rajarajeshwari Nagar; she was shot dead this evening. pic.twitter.com/q8MwyJJkT9
— ANI (@ANI) September 5, 2017
गौरी लंकेश के मित्र द्वारकानाथ ने इसे कायरतापूर्ण हरकत करार दिया। बता दें कि पूर्व पत्रकार और लेखक पी लंकेश की बेटी गौरी कर्नाटक के विभिन्न अखबारों लेख लिखती थीं और गौरी लंकेश पत्रिका का संपादन करती थीं।