07 February 2017
कैलाश सत्यार्थी के नोबेल पुरस्कार की रेप्लिका की चोरी
इस घटना के बाद सत्यार्थी ने कहा कि उनका नोबेल पुरस्कार देश और यहां के बच्चों को है। उन्होंने घटना को अंजाम देने वालों से अपील की कि वे इस पुरस्कार की अहमियत समझे न कि इसके आर्थिक मूल्य की।
पुलिस दल चोरी गए सामानों की जानकारी जुटाने के लिए घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने बताया कि सत्यार्थी फिलहाल विदेश में हैं। बाल अधिकार कार्यकर्ता सत्यार्थी को वर्ष 2014 में पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई के साथ संयुक्त रूप से नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया था। वर्ष 2004 में भी इस तरह की घटना हुई थी जब रबींद्रनाथ टैगोर का नोबेल पुरस्कार चोरी हो गया था जो उन्हें वर्ष 1913 में साहित्य के लिए मिला था।