कानपुर के मेडिकल कॉलेज में AC प्लांट खराब, 24 घंटे में आईसीयू में 4 मरीजों की मौत
उत्तर प्रदेश के कानपुर में गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (जीएसवीएम) से जुड़े एलएलआर अस्पताल के आईसीयू में एसी प्लांट खराब होने के बाद मशीनें ठप हो गईं। जिससे वहां मौजूद चार मरीजों की मौत हो गई।
दरअसल, बुधवार को दोपहर से खराब हुए एसी गुरुवार दोपहर तक पूरी तरह से बैठ गया। रात में आए करीगरों ने प्लांट की मोटर लगाकर इसे रिपेयर किया, लेकिन मोटर दोबारा लगाते ही फट गई। फिलहाल, जनरेटर से मशीनें चलाई जा रहीं हैं। इस संबंध में डायरेक्टर ने प्रमुख सचिव को चिट्ठी भेजी है।
प्रिंसिपल ने पेश की सफाई
हालांकि इस घटना के बाद कानपुर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का कहना है कि एसी फेल होने की वजह से मौत नहीं हुई है। इस पूरे मामले में सफाई देते हुए प्रिंसिपल ने कहा है कि 2 लोगों की मौत दिल का दौरा पड़ने से और 2 अन्य की मौत लंबी बीमारी के कारण हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि एसी के प्लांट को हम बहुत जल्द ही ठीक करवा लेंगे।
प्रिंसिपल ने कहा कि गंभीर रूप से बीमार मरीजों की मौत हुई है। वेंटिलेटर समेत सारी मशीनें लगातार चल रही हैं। कोई भी मशीन कभी नहीं रुकी, जबकि अस्पताल के एक अधिकारी के मुताबिक पहले भी ऐसी शिकायतें आती रहीं हैं।
Kanpur: People allege 4 patients died due to failure of air conditioning system at ICU ward of Ganesh Shankar Vidyarthi Memorial Medical College. Principal GSVM says, "2 deaths occurred due to cardiac arrest & other 2 due to chronic illness; AC plant to be repaired soon." pic.twitter.com/ds5LVFSFrh
— ANI UP (@ANINewsUP) June 8, 2018
कॉलेज प्रशासन का आरोप
वहीं, मेडिकल कॉलेज प्रशान पर आरोप है कि आईसीयू के दोनों एसी प्लांट पिछले पांच दिन से काम नहीं कर रहे थे और शिकायत के बाद भी इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। जिसकी वजह से एसी फेल हुआ और 24 घंटे में 4 मरीजों की मौत हो गई। आरोप ये भी है कि एसी प्लांट की मरम्मत में लापरवाही के कारण पहले भी सर्जरी और न्यूरो सर्जरी आपरेशन थियेटर के एसी खराब हो चुके हैं।
6 जून की शाम से एसी में खराबी शुरू हो गई थी
बुधवार (06 जून) की रात को एसी ने काम करना बंद कर दिया. गर्मी और उमस बढ़ने पर आइसीयू की खिड़कियां और दरवाजे खोल दिए गए। मरीजों को राहत देने के लिए तीमारदारों ने हाथवाले पंखों का सहारा लेना पड़ा।