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09 May 2018

कर्नाटक में वोटर ID कार्ड मामले से हलचल तेज, फ्लैट मालकिन बोलीं, कांग्रेस से नहीं कोई वास्ता

ANI

कर्नाटक के बेंगलुरू में 9746 फेक वोटर आईडी कार्ड मिलने के मामले ने सियासत तेज कर दी है। इस मामले पर कांग्रेस चुनाव आयोग भी पहुंच गई है। कांग्रेस का आरोप है कि जिस फ्लैट में फर्जी वोटर आईडी कार्ड मिले हैं उसकी मालकिन मंजुला नंजामारी हैं जो कि भाजपा की पूर्व निगम पार्षद रही हैं, उन्होंने अपने गोद लिए बेटे राकेश को इसे किराए पर दे रखा है। जबकि भाजपा इसे कांग्रेस का किया कराया बता रही है। इस बीच मंजुला नंजामारी मीडिया के सामने आकर अपना पक्ष रखा।

उन्होंने कांग्रेस के उन आरोपों को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा गया है कि राकेश ने उस फ्लैट को किराए ले रखा जिसमें फर्जी वोटर आईडी कार्ड मिले हैं।

समाचार एजेंसी एनआई के मुताबिक, नंजामुरी ने कहा कि वह 1997 से 2002 तक पार्षद रह चुकी हैं, इसमें भाजपा ने उनकी सहायता की थी। उन्होंने कहा कि मैं एक हाउस वाइफ थी, लेकिन बीजेपी ने उनकी पार्षद बनने में मदद की इसलिए वह खुद को उनकी शरण में मानती हैं। उन्होंने कहा कि मैं कभी भी कांग्रेस के साथ नहीं रही और ना ही भविष्य में उनके साथ जुड़ेंगी।

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मंजुला के मुताबिक राकेश उनके फ्लैट में बतौर किराएदार नहीं है बल्कि रेखा और रंगाराजू किराएदार हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राकेश बीजेपी समर्थक हैं और फ्लैट में किराएदार हैं। जबकि मंजुला के बेटे श्रीधर ने कहा है कि राकेश का फ्लैट से कोई भी वास्ता नहीं है, वह उनका कजिन जरूर है।

दूसरी ओर राकेश का कहना है कि चुनाव आयोग और पुलिस ने उनका बयान दर्ज कर लिया है। राकेश का कहना है कि राज राजेश्वरी नगर से कांग्रेस प्रत्याशी उन्हें लगातार धमका रहे हैं। उन्होंने कहा कि फ्लैट से उनका कोई भी संबंध नहीं हैं और पिछले 10 साल से उनका फ्लैट की मालिक मंजुला नंजामुरी से कोई संपर्क नहीं है।

राकेश ने कहा कि उन्हें जब जानकारी मिली कि इस फ्लैट में काफी वोटर आईडी कार्ड हैं, उसके बाद ही उसने इसपर नजर रखी। उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों में उन्होंने यहां लगातार गाड़ियों का आना-जाना देखा है।

क्या है मामला

मंगलवार शाम बेंगलुरू के जलाहाल्ली क्षेत्र में एक फ्लैट से बड़ी तादाद में वोटर आईडी कार्ड मिला। यह इलाका राज राजेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में आता है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, बेंगलुरू में चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि वह खुद इस घर में गए थे और उन्होंने यहां 9746 वोटर आईडी कार्ड बरामद किए थे। इन्हें छोटे बंडलों में बांधकर और लपेटकर रखा गया था। हर बंडल पर फोन नंबर और नाम लिखा गया था। इस मामले में चुनाव आयोग ने एफआईआर दर्ज करवाई है, वहीं भाजपा और कांग्रेस के बीच एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का दौर शुरू हो गया है।

इस घटना के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर चुनाव प्रभावित करने के प्रयास का आरोप लगाया है। भाजपा के कर्नाटक प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर और केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े ने आरआर नगर क्षेत्र में चुनाव रद्द करने की मांग की है। वहीं, कांग्रेस ने इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है।इस मामले में चुनाव आयोग ने जांच के आदेश दे दिए हैं।

 

 

 

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TAGS: KARNATAK, Fake voter ID card, political controversy, flat owner Statement
OUTLOOK 09 May, 2018
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