राजनाथ से मिल खाली हाथ लौटे केजरीवाल
सूत्रों ने बताया कि केजरीवाल ने सिंह को नौकरशाहों के तबादले और पदस्थापन पर जंग के साथ जारी टकराव से राज्य सरकार को होने वाली दिक्कतों के बारे में बताया।
तकरीबन एक घंटे चली मुलाकात के दौरान केजरीवाल और सिसोदिया ने राज्य सरकार चलाने में केंद्रीय गृह मंत्रालय का सहयोग मांगा और उन्हें बताया कि जंग से लगातार टकराव के चलते प्रशासन चलाना कठिन हो गया है। सूत्रों ने बताया कि केजरीवाल ने सिंह से कहा कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करें और सुनिश्चित करें कि उप राज्यपाल से जुड़े सभी मुद्दे सौहार्दपूर्ण ढंग से हल हो जाएं। एक सूत्र ने बताया, केंद्रीय गृह मंत्री ने उनकी बात ध्यान से सुनी और केंद्र सरकार की तरफ से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्रों को सलाह दी गई कि वह टकराव का रास्ता नहीं अपनाएं और उन्हें बताया गया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सरकार अधिनियम के अनुरूप नियम तय किए हैं। सिंह से मुलाकात के बाद सिसोदिया ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने दिल्ली से संबंधित सभी मुद्दे उठाए लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। जंग के साथ टकराव के बाद यह पहला मौका है जब केजरीवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात की है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृहमंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है कि वरिष्ठ नौकरशाहों की नियुक्ति में उप राज्यपाल ही अंतिम फैसला करेंगे। आप सरकार ने इस अधिसूचना को अदालत में चुनौती दी है।