कठुआ कांड की सीबीआइ जांच के लिए मंत्री पद छोड़ने वाले लाल सिंह ने निकाली रैली
कठुआ गैंग रेप और हत्या के मामले में राज्य कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले भाजपा नेता लाल सिंह ने मंगलवार को घटना की सीबीआइ से जांच कराने की मांग को लेकर सांबा में रैली निकाली। उन्होंने इस मामले में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के विफल रहने का आरोप लगाते हुए उनसे इस्तीफा देने की मांग की।
लाल सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री लोगों की भावनाओं को समझने में विफल रही हैं। यह उनकी सबसे बड़ी विफलता है। अगर उनके पास बुद्धि और विवेक है तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए। मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि यदि शांति के लिए दो मंत्री अपने पद का बलिदान दे सकते हैं तो जो लोग ऐसी स्थिति उत्पन्न करने के जिम्मेदार हैं उन्हें भी अपनी अंतरआत्मा की आवाज सुननी चाहिए। सिंह ने कहा कि वह मामले की सीबीआइ के लिए अपनी ओर से दबाव जारी रखेंगे।
मंत्री पद से इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने कहा कि मीडिया द्वारा फैलाए गए भ्रम की वजह से उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मीडिया ने जिस तरह का माहौल पैदा कर दिया वह सही नहीं था। स्थिति को गलत ढंग से पेश किया गया जिससे लगा कि पूरा जम्मू क्षेत्र बलात्कारियों का पक्ष ले रहा है। उन्होंने कहा कि अगर मीडिया ऐसी स्थिति पैदा नहीं करता तो इस्तीफा देने की जरूरत ही नहीं पड़ती। सिंह ने कहा कि जो स्थिति पैदा की गई वह हमारे प्रधानमंत्री और देश के लिए समस्या पैदा कर रहा था, जो सही नहीं था। इसकी वजह से हमने इस्तीफा दिया जबकि हमने कोई गलती नहीं की थी।
सिंह और एक अन्य मंत्री चंद्र प्रकाश गंगा ने इस मामले के आरोपियों के समर्थन में निकाली गई रैली मे शामिल होने की वजह से 13 अप्रैल को इस्तीफा दे दिया था। सिंह के पास वन और गंगा के पास उद्योग मंत्रालय का जिम्मा था।