'नौकरी के बदले जमीन' घोटाला मामले में ईडी के सामने पेश हुए लालू प्रसाद यादव, आरजेडी ने खड़े किए सवाल
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद कथित नौकरी के बदले जमीन घोटाले की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए सोमवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। वहीं, आरजेडी के नेताओं ने केंद्र पर जमकर निशाना साधा।
अधिकारियों ने बताया कि प्रसाद अपनी बेटी मीसा भारती के साथ सुबह करीब 11.05 बजे केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय पहुंचे। ईडी कार्यालय में प्रवेश करने से पहले पत्रकारों से बात करते हुए भारती ने कहा, "जब भी कोई केंद्रीय एजेंसी हमारे परिवार के सदस्यों को पूछताछ के लिए बुलाती है, हम वहां जाते हैं और उनका सहयोग करते हैं और उनके सभी सवालों का जवाब देते हैं।"
राजद के एक कार्यकर्ता ने कहा कि केंद्र सरकार आगामी लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाने से रोकने के लिए उनके नेता को परेशान कर रही है। उन्होंने कहा, "इन लोगों के पास कोई अन्य हथियार नहीं है। सरकार इन लोगों को 2024 के आगामी चुनावों के लिए परेशान कर रही है ताकि वे रणनीति नहीं बना सकें।"
राजद समर्थक ने कहा, "लालू यादव को जितना अधिक परेशान किया जा रहा है, कार्यकर्ता उतने ही मजबूत होते जा रहे हैं। हममें से कोई भी डरने वाला नहीं है।" इस बीच, यादव की बेटी मीसा भारती अपने पिता के साथ आईं, जिनसे अब संघीय एजेंसी के अधिकारी पूछताछ करेंगे। राजद समर्थकों से घिरी मीसा ने ईडी कार्यालय के बाहर संवाददाताओं से कहा, "सब कुछ देश के सामने है और देश की जनता सब कुछ देख रही है।"
राजद के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल कर अपने प्रतिद्वंद्वियों को राजनीतिक रूप से निशाना बनाने का आरोप लगाया है। झा ने कहा, "यह ईडी का समन नहीं है, बल्कि बीजेपी का समन है। यह 2024 तक चलेगा, तब तक कृपया इसे ईडी का समन न कहें... हमें क्यों डरना चाहिए?"
नीतीश कुमार के पाला बदलने के बाद रविवार को राज्य सरकार का हिस्सा बनी भाजपा ने दावा किया कि राजद में भ्रष्टाचार गहरे तक समाया हुआ है। कथित घोटाला तब हुआ जब लालू यादव 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे। आरोप पत्र में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के अलावा तत्कालीन रेलवे महाप्रबंधक का नाम भी शामिल है।
रेलवे में नियुक्ति दिलाने के बदले में, लालू प्रसाद यादव ने कथित तौर पर उम्मीदवारों और उनके परिवार के सदस्यों की जमीनों को अपनी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के नाम पर बिक्री के लिए हस्तांतरित कर दिया, जो प्रचलित सर्कल दरों से भी बहुत कम थी।
सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्रियों लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और 13 अन्य के खिलाफ पिछले साल अक्टूबर में आरोप पत्र दायर किया था। सीबीआई के अनुसार, लोगों को पहले रेलवे में ग्रुप डी पदों पर स्थानापन्न के रूप में भर्ती किया गया था और जब उनके परिवारों ने जमीन का सौदा किया तो उन्हें नियमित कर दिया गया।
रेलवे में नौकरी के बदले रिश्वत लेकर जमीन लेने के आरोप की जांच सीबीआई कर रही है। वहीं, ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है। इस मामले में सीबीआई ने आरोप पत्र भी दाखिल किया था।