25 प्रतिशत ही काम कर रही लालू प्रसाद कीे किडनी, पड़ सकती है डायलिसिस की जरूरत
पशुपालन घोटाला मामले में रिम्स में एडमिट सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की तबीयत ठीक नहीं है। उनकी किडनी 25 -30 फीसद की क्षमता पर ही काम कर रही है। हाल में इसमें करीब दस फीसद की गिरावट आयी है।
रिम्स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान ) उनकी सेहत का ध्यान रखने वाले डॉ उमेश प्रसाद ने रविवार को आउटलुक को बताया कि लालू प्रसाद 20-25 सालों से शुगर के मरीज हैं। किडनी फोर्थ स्टेज में है, फिफ्त स्टेज में आने पर डायलिसिस की जरूरत पड़ेगी। क्रिएटिनिन का लेबल 1.9 है। ईजीएसआर भी घटा हुआ है। एक अनुमान के अनुसार उनकी किडनी 25-30 फीसद की क्षमता से काम कर रही है। लगातार उनकी सेहत की निगरानी रखी जा रही है। दो-तीन दिनों में पुन: जांच करायी जायेगी।
बता दें कि लालू प्रसाद पिछले दो माह से अधिक से रिम्स के ही निदेशक के बंगले में रह रहे हैं। शुगर, किडनी, बीपी के साथ दिल के मरीज हैं। बिहार में चुनाव को लेकर उनकी दिनचर्या भी अनियमित बनी हुई थी, हालांकि चिकित्सक उनकी लगातार निगरानी रखते हैं। राजनीतिक और घरेलू तनाव के कारण उनके शुगर और बीपी में लगातार उतार-चढ़ाव आता रहता है।
शनिवार को लालू प्रसाद से मुलाकात का दिन होता है। सूत्रों के अनुसार बिना अनुमति कोई आधा दर्जन से अधिक लोग सुबह में मिले मगर जिन लोगों ने लालू प्रसाद से मुलाकात के लिए समय लिया था उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। उस समय लालू प्रसाद बिहार चुनाव का एक्जिट पोल देखने में व्यस्त थे। शनिवार का ज्यादा समय टीवी पर एक्जिट पोल देखने में ही गुजरा। महागठबंधन के पक्ष में आकलन से गुजरते समय के साथ उनके चेहरे पर सुकून भी बढ़ता गया।