BHU में छात्राओं पर लाठीचार्ज, VC ने बताई बाहरी लोगों की साजिश, योगी ने मांगी रिपोर्ट
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में छेड़खानी के विरोध में सुरक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही छात्राओं पर बल प्रयोग किया गया। इसे लेकर अब सियासत भी तेज हो गई है। महिला सुरक्षा और लाठीचार्ज के मुद्दे पर अब विपक्ष ने केन्द्र और राज्य की बीजेपी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
विपक्ष का कटाक्ष
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मसले पर कटाक्ष करते हुए एक वीडियो शेयर किया और लिखा है, “बीएचयू में भाजपा का बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का संस्करण।” वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सवाल किया है कि क्या ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ केवल एक नारा है?’
आम आदमी पार्टी के नेता और कवि कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कहा, “ये रात बहुत भारी पड़ेगी सत्ता के अहंकार को,नवरात्र में दुर्गा की प्रतिरूप बेटियों पर सरकारी लाठियां? सांसद महोदय अपनी वापसी की घंटियां सुनो।”
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लिखा है, “बल से नहीं बातचीत से हल निकाले सरकार।बीएचयू में छात्रों पर लाठीचार्ज निंदनीय। दोषियों पर हो करवाई।”
सीएम ने दिए जांच के आदेश, वीसी ने दी सफाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के कमिश्नर से बीएचयू के पूरी घटना की रिपोर्ट मांगी है। वहीं विश्वविद्यालय के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने इस पूरे मामले को सियाासत से प्रेरित करार दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे की वजह से यह विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया। इस घटना में बाहरी लोग शामिल हैं। उन्होंने छात्राओं की मांग पर कहा कि वे सुरक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए जरूरी कदम उठा रहे हैं।
Badi maatra mein bahaar se log aaye jinhone iss andolan ko hawa dene ki koshish ki: #BHU VC Girish Chandra Tripathi pic.twitter.com/PXkaDPxmwd
— ANI UP (@ANINewsUP) 24 September 2017
आधीरात को लाठीचार्ज
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक,शनिवार की देर रात वाइस चांसलर के आवास के बाहर पुलिस और पीएसी ने लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान एक छात्रा और 3 छात्र घायल हुए हैं। घायलों को को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
Lathicharge by Police on protesting students at Banaras Hindu University,clashes also broke out (earlier visuals) pic.twitter.com/StNQxBwM3W
— ANI UP (@ANINewsUP) 24 September 2017
बताया जा रहा है कि दो दिनों से विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर धरने पर दे रहीं छात्राओं पर तब यह लाठीचार्ज हुआ जब लगभग रात 11 बजे प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राएं वीसी से मिलने उनके आवास पर जा रहे थे। इस बवाल के बाद 2 अक्टूबर तक यूनिवर्सिटी बंद कर दी गई है।
वीसी ने की बैठक
लाठीचार्ज के बाद पूरे कैम्पस में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। वहीं कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ सुबह 3:30 बजे बैठक की है इस दौरान कमिश्नर और डीएम भी मौजूद रहे। न्यूज18 के मुताबिक इस मामले में विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर ओएन सिंह ने कहा कि छात्राओं को समझाने की कोशिश की जा रही है।
क्यों हो रहा प्रदर्शन
गुरुवार रात बीएचयू परिसर में स्थित भारत कला भवन के पास आर्ट्स फैकल्टी की छात्रा के साथ यूनिवर्सिटी के ही तीन छात्रों ने छेड़खानी की। कहा जा रहा है कि छात्रा ने शोर मचाया लेकिन घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर मौजूद सुरक्षा कर्मी भी उसकी सहायता के लिए नहीं आए। छात्रा ने इस घटना की शिकायत हॉस्टल की वॉर्डन और चीफ प्रॉक्टर से भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके बाद शुक्रवार को छात्राएं धरने पर बैठ गईं। छात्राओं में जहां छेड़खानी को लेकर आक्रोश है वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन के गैर-जिम्मेदाराना रवैय्ये के खिलाफ भी उनका गुस्सा फूट पड़ा है। हॉस्टल में समय सीमा की पाबंदी, रोक-टोक, सुरक्षा व्यवस्था, विश्वविद्यालय प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ उनका यह प्रदर्शन चल रहा है।
शांत रहो पीएम आने वाले हैं
छात्राओं का आरोप है कि वे शिकायत करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन के पास गए तो उनसे कहा गया कि 'पीएम आने वाले हैं अभी आप लोग शांत रहें। छात्राओं में इसे लेकर इतना आक्रोश है कि बीएफए की छात्रा आकांक्षा सिंह ने अपने बाल मुड़वा लिए। छात्राओं के मुताबिक आए दिन उनके साथ छेड़खानी की घटनाएं होती रहती है और शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जाती।
Police enters BHU campus lathicharges protesting girls who demanded security.
— Shabnam Hashmi (@ShabnamHashmi) 23 September 2017
Shame on this govt
Beti bachao? ??? pic.twitter.com/GIl70I9CbO