मध्य प्रदेश: विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे का मुंबई में निधन
मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस पार्टी के नेता सत्यदेव कटारे का आज मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि 61 वर्षीय कटारे का जन्म 15 फरवरी 1955 को हुआ था। उनके परिवार में पत्नी, दो पुत्र और एक पुत्री हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने बताया कटारे फेफड़ों में कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे और 18 अप्रैल 2016 से मुम्बई के हीरानंदानी अस्पताल में भर्ती थे। कटारे का अंतिम संस्कार 22 अक्तूबर को सुबह 10 बजे भिंड जिले में उनके गृहग्राम मनेगांव में किया जाएगा। उनके अंतिम संस्कार में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी मोहन प्रकाश एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव शामिल होंगे। यादव ने कटारे के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए प्रदेश में कांग्रेस के लिए बड़ी क्षति बताया और कहा कि वह हमारे जुझारू, कर्मशील और मेहनतकश नेता थे। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे के निधन का समाचार अत्यंत दुखदायी है। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूं। लोकसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कटारे के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि कटारे के निधन से हमने एक सहयोगी और सलाहकार को खो दिया है।
मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कटारे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और बीमारी के चलते सदन में भी उपस्थित नहीं हो पा रहे थे। कांग्रेस ने वरिष्ठ विधायक बाला बच्चन को विधानसभा में कार्यवाहक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया था। कांग्रेस प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने बताया कि कटारे फेफड़ों में कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे और 18 अप्रैल 2016 से मुम्बई के हीरानंदानी अस्पताल में भर्ती थे। कटारे मध्यप्रदेश के भिंड जिले की अटेर विधानसभा से निर्वाचित हुए थे। कटारे ने मध्यप्रदेश के भिंड के पास मनेपुरा गांव से अपने राजनीतिक जीवन शुरू किया था। उन्हें वर्ष 1985 में मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव के पद पर नियुक्त किया गया था और इस पद पर उन्होंने 1990 तक अपने कर्तव्यों का पालन किया। कटारे के काम से प्रभावित होकर तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने उन्हें अटेर जिला भिंड से विधानसभा चुनाव का टिकट दिया। कटारे कांग्रेस की उम्मीदों पर खरे उतरे और फरवरी 1985 में विधानसभा की सीट पर जीत हासिल की। दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्री कार्यकाल में कटारे मध्यप्रदेश के गृह राज्य मंत्री और बाद में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रहे। लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने कटारे को वर्ष 2008 में सर्वश्रेष्ठ विधायक के तौर पर सम्मानित किया था।