जन धन खाते खोलने में अव्वल मध्य प्रदेश
मप्र ने शत-प्रतिशत परिवारों के खाते खोलकर देश में रिकार्ड कायम किया है। शुरुआत में इन खातों की संख्या 58 लाख 64 हजार थी, लेकिन अब यह बढ़ते-बढ़ते दो करोड़ तक जा पहुंची है। बैंक खाते खोलने के साथ ही उपभोक्ताओं को यह बताया गया था कि खातों को एक्टिव रखने के लिए पैसे का लेन-देन करते रहें। इसके बावजूद 25 फीसदी खाते अब तक निष्क्रिय ही रहे थे लेकिन विमुद्रीकरण के बाद अब सभी खाते सक्रिय हो गए हैं।
मप्र में जनधन के दो करोड़ 22 लाख खाते हैं। अधिकांश जीरो बैंलेंस पर खोले गए थे। लेकिन, अब इनमें लोग जमा पूंजी रखने लगे हैं। इसे नोटबंदी के असर से भी जोड़कर देखा जा रहा है। इसका एक कारण यह भी है, क्योंकि जीरो बैलेंस पर खोले गए अधिकांश खाता धारकों के खाते अब खाली नहीं हैं। इनमें औसतन एक हजार रुपये जमा हैं। इन खातों में कुल मिलाकर करीब 1999 करोड़ रुपये जमा हैं। इनमें भी एक करोड़ 26 लाख खाते आधार से जुड़े हैं। सभी खाता धारकों को रूपे कार्ड दिए जाने की तैयारी है।