Advertisement
11 April 2015

मराठी फिल्मों पर झुकने से खफा शिवसेना

गूगल

पार्टी के मुखपत्र सामना के संपादकीय में सेना ने आज राज्य के संस्कृति मंत्री विनोद तावड़े से कहा कि वह मल्टीप्लेक्सों में शाम छह से नौ के बीच मराठी फिल्मों को दिखाए जाने की अपनी पूर्ववती घोषणा पर दृढ़ रहे।

‘प्राइम टाइम भीख नहीं’ शीर्षक से लिखे इस संपादकीय में कहा गया है, ‘प्राइम टाइम भीख नहीं बल्कि मराठी सिनेमा का हक है।’ शिवसेना ने कहा कि सरकार का मल्टीप्लेक्सों में मराठी सिनेमा दिन के 12 बजे से रात के नौ बजे के बीच कभी भी दिखाए जाने का हालिया कदम दर्शाता है कि सरकार ने सिनेमाघर मालिकों के सामने घुटने टेक दिए हैं।

इसमें कहा गया है कि मराठी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा कर रही हैं और बेहतर विषयवस्तु दिखा रही हैं। उन्हें गलत टाइम स्लॉट देकर उनकी गणना कम की जा रही है और ऐसा सिनेमाघरों के मालिकों के रैकेट और कुछ बेइमान निर्माताओं के कारण हो रहा है।

Advertisement

इसमें कहा गया है कि मराठी सिनेमा ऑस्कर तक जा चुका है और इसका दर्शक वर्ग बहुत बड़ा है। महाराष्ट्र के भारतीय सिनेमा को दिए योगदान को याद करते हुए इसमें लिखा है,  ‘वी. शांताराम और सी. रामचंद्र (संगीत निर्देशकों) जैसे चमकते मराठी सितारों ने हिंदी सिनेमा को अपना अमूल्य योगदान दिया है।’ अगर महाराष्ट्र में मराठी सिनेमा प्राइम टाइम में नहीं दिखाया जा रही तो सरकार मूक दर्शक नहीं रह सकती।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: महाराष्ट्र, शोभा डे, मल्टीप्लेक्स, प्राइम टाइम, विनोद तावड़े, शिवसेना, सामना
OUTLOOK 11 April, 2015
Advertisement