नहीं थम रही मराठा आंदोलन की आग, दो ने की खुदकशी, आठ ने किया आत्मदाह का प्रयास
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर आग भड़कती जा रही है। मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई के बाद सोमवार को पुणे और सोलापुर में फिर हिंसा भड़क उठी। आरक्षण की मांग के समर्थन में दो लोगों ने खुदकशी कर ली जबकि आठ ने आत्मदाह करने का प्रयास किया। पुणे में उपद्रवियों ने 100 से अधिक वाहन फूंक दिए। वहीं, आंदोलनकारियों ने मुंबई में जेल भरो आंदोलन करने की चेतावनी दी है। विरोध प्रदर्शन कर रहे करीब चार से पांच हजार उपद्रवियों के खिलाफ पुणे पुलिस ने मंगलवार को केस दर्ज किए हैं।
मंगलवार को एक मजदूर और छात्र के जान देने की वजह से इस आंदोलन के दौरान आत्महत्या करने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। पुलिस ने बताया कि औरंगाबाद जिले के फुलंबरी तहसील के वाडोदबाजार गांव में 17 साल के एक छात्र ने कुएं में कूद कर आत्महत्या कर ली। प्रदीप हरि म्हास्के नाम के इस छात्र ने दसवीं की परीक्षा में 75 फीसदी अंक हासिल किए थे मगर उसका नामांकन जूनियर कॉलेज या टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में मराठा के लिए आरक्षण नहीं होने की वजह नहीं हो पाया था। उसके जान देने के बाद ससे लोगोों ने औरंगाबाद-जलगांव रोड पर जाम लगाया।
पुलिस ने बताया कि खुदकशी की दूसरी घटना बीड़ जिले के वीडा गांव में हुई। यहां 35 साल के एक मजदूर ने अपने घर के निकट पेड़ में फांसी लगाकर जान दे दी। उसने सुसाइड नोट में लिखा कि वह मराठा आरक्षण के समर्थन में यह कदम उठा रहा है। उसने नोट में इस बात का भी जिक्र किया कि बेरोजगारी और बैक का लोन चुकता नहीं कर पाना भी उसके आत्महत्या के कारण हैं।
लातूर जिले के आउसा में तहसीलदार कार्यालय के बाहर आठ प्रदर्शनकारियों ने केरोसिन तेल छिड़ककर आत्मदाह करने का प्रयास किया। मौके पर मौजूद पुलिस ने इन्हें बचाया और हिरासत में ले लिया।
सोमवार को पुणे के चाकण नामक इलाके में इसका भयावह प्रभाव देखने को मिला था। इसके बाद मंगलवार को प्रशासन की ओर से करीब 4-5 हजार आंदोलकारियों पर केस दर्ज किया गया है। इसके बाद भी मंगलवार को आंदोलन का प्रभाव देखने को मिला है।
प्रदर्शनकारियों ने दर्जनों बसें फूंकीं
सोमवार को पुणे के औद्योगिक क्षेत्र चाकण में प्रदर्शनकारियों ने रास्ता रोको आंदोलन किया। बाद में उन्होंने करीब दो दर्जन बसों को निशाना बनाते हुए उनमें आग लगा दी। हिंसा के चलते भीमाशंकर की ओर जाने वाली एक बस में बैठी गर्भवती महिला घायल हो गई। वहीं, पुलिस चौकी को भी आग के हवाले कर दिया गया। पिंपरी में भी उग्र प्रदर्शन हुए।
पुलिस की गाड़ी को भी बनाया निशाना
प्रदर्शनकारियों ने पहले पुलिस उपायुक्त पूर्णिमा चौगुले की गाड़ी पर हमला बोला उसके बाद पथराव किया। बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर बितर किया। दोनों जिलों में धारा-144 लागू कर दी गई है। पथराव एवं हिंसक झड़पों में कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं।
सामूहिक इस्तीफे की तैयारी में कांग्रेस विधायक
मराठा आंदोलन को लेकर कांग्रेस विधायकों ने सामूहिक इस्तीफे की तैयारी की है। मुंबई में सोमवार को हुई प्रदेश कांग्रेस नेताओं की बैठक में कई विधायकों ने सामूहिक इस्तीफे का प्रस्ताव दिया। हालांकि इस पर कोई फैसला नहीं हो सका।
वहीं, कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं ने बैठकें कर मराठों के साथ मुस्लिम और धनगर समाज को भी आरक्षण देने की मांग की। बाद में कांग्रेस और एनसीपी के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल सी. विद्यासागर राव से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
शिवसेना की सलाह, तत्काल दो आरक्षण
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी मराठा आरक्षण को लेकर पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार राज्य पिछड़ा आयोग की रिपोर्ट का इंतजार करने के बजाय तत्काल मराठा आरक्षण दे। उद्धव ने कहा कि मौजूदा आरक्षण को यथावत रखते हुए मराठा समाज को आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाना चाहिए।
Pune: Two cases have been registered against 4000-5000 agitators for violence that broke out during protests over #MarathaReservation in Chakan area yesterday. #Maharashtra
— ANI (@ANI) July 31, 2018