जम्मू-कश्मीर में मासूम से रेप, महबूबा मुफ्ती बोलीं- शरिया कानून के तहत पत्थर मारकर हो मौत की सजा
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में एक तीन साल की मासूम बच्ची के साथ रेप का मामला सामने आया है। दुष्कर्म की इस घटना के सामने आने के बाद जहां कई इलाकों में प्रदर्शन हुए हैं, वहीं राज्य की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने इस घटना की निंदा करते हुए इसके दोषियों को शरिया कानून का हवाला देते हुए पत्थर मारकर मौत की सजा देने की बात कही है।
मिली जानकारी के अनुसार, रेप की यह वारदात बांदीपोरा जिले के सुंबल इलाके में हुई है। रेप का आरोप एक स्थानीय युवक पर है, वहीं मामले की जांच के लिए पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों की एक विशेष जांच टीम का गठन किया है। इस मामले में आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की है।
ट्विटर पर महबूबा ने की घटना की निंदा
वारदात के बाद इसकी निंदा करते हुए पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर पर लिखा, 'मैं सुंबल में 3 साल की बच्ची के साथ हुई रेप की घटना की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। किस तरह की बीमार मानसिकता के लोग ऐसी वारदातों को अंजाम देते हैं। समाज अक्सर ऐसी वारदातों के लिए महिलाओं के आवांछित निमंत्रण को दोषी कहता है कि लेकिन क्या यह सच में उस मासूम की गलती थी। आज ऐसे वक्त में शरिया कानून के अनुसार, ऐसे काम करने वालों को पत्थर मारकर मौत की सजा देनी चाहिए।'
उमर अब्दुल्ला ने भी की निंदा
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने 3 वर्षीय मासूम के साथ हुए दुष्कर्म की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि पुलिस को दोषी को पूरी तरह चिन्हित करते हुए उसके खिलाफ एक ऐसा मामला बनाना चाहिए कि वे बच न सके।
‘दुष्कर्म आरोपित को सजा-ए-मौत होनी चाहिए’
जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट के चेयरमैन शाह फैसल ने कहा कि दुष्कर्म आरोपित को सजा-ए-मौत होनी चाहिए। आरोपित की उम्र पर उन्होंने कहा कि जहां तक उनको पता है कि आरोपित को नाबालिग बताने वाला प्रमाणपत्र फर्जी है। उसे वयस्क माना जाए और फांसी दी जाए।
राज्यपाल ने कहा- दुष्कर्मी को मिले कड़ी सजा
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि दुष्कर्मी को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। राजभवन से जारी बयान में कहा गया, ‘बांदीपोरा की तीन साल की बच्ची के साथ हुई अत्यंत जघन्य घटना पर राज्यपाल ने गहरा क्षोभ और दुख व्यक्त किया है। उन्होंने पुलिस महानिरीक्षक एसपी पाणि से बात की और उन्हें इस मामले पर त्वरित कार्रवाई करने और इस शर्मानाक वारदात के लिए दोषी को कड़ी सजा मिलना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया’।
बांदीपोरा जिले में हुए प्रदर्शन
वहीं, इस घटना के बाद बांदीपोरा जिले में तनाव की स्थिति बनी हुई है। एक ओर जहां जिले के तमाम हिस्सों में रेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने और दोषियों को सजा देने के लिए प्रदर्शन हुए हैं। वहीं तनाव की स्थिति को देखते हुए इलाके में भारी सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
बच्ची से दुष्कर्म मामले में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उत्तरी कश्मीर में बारामूला जिले के कई स्थानों पर युवाओं ने प्रदर्शन किया और सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंके। जिले के मिरगुंड, चैनाबल, हरनाथ, सिंघपोरा, झील ब्रिज, कृपालपुरा पयीन और हांजीवेरा इलाकों में संघर्ष में 47 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। सशस्त्र सीमा बल के एक सहायक कमांडेंट के सिर में चोट आई। सात नागरिक भी घायल हो गए।