उद्धव ठाकरे की राज्य से अपील; श्रमिकों के जाने का पड़ा असर, महाराष्ट्र के निर्माण में करें सहयोग
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को राज्य को संबोधित करते हुए कहा कि लाखों प्रवासी श्रमिक इस विकट संकट की वजह से अपने मूल राज्य लौट चुके है। उन्होंने कहा कि इस विकट स्थिति स्थानीय नागरिक महाराष्ट्र की प्रगति और विकास में मदद करें। उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 50,000 विनिर्माण उद्योग पहले से ही शुरू किए जा चुके हैं। जबकि ग्रीन जोन के 20 हजार से अधिक उद्योग के जल्द शुरू होने की उम्मीद हैं। जहाँ कहीं भी श्रमिकों की कमी है। वहां के लिए मैं स्थानीय लोगों से आगे बढ़ने और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करने का आह्वान करता हूं।
40 हजार एकड़ जमीन नए उद्योग के लिए: ठाकरे
लॉकडाउन के चौथे चरण में उद्योगों को गति देने को लेकर सीएम ठाकरे ने कहा कि जिन योजनाओं की घोषणा की गई है, उसे लाया जाएगा। नए उद्योग को भी स्थापित करने की कोशिश की जा रही है। 40 हजार एकड़ जमीन को सरकार ने नए उद्योग के लिए रखा है। इन उद्योगों को बिना किसी अनुमति के शुरू करने की इजाजत दी जा रही है। हालांकि, प्रदूषण फैलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। नए उद्योग वालों को सरकार महाराष्ट्र में आने का आमंत्रण दे रही हैं। जो उद्योग जमीन नहीं खरीद सकते हैं उन्हें किराए पर जमीन देने को तैयार हैं। यह गतिविधि ग्रीन जोन में शुरू किया जा सकता है। और जल्द ही रेड जोन भी ग्रीन जोन में बदल जाएगा।
रेड जोन में पर रियायत नहीं दी जा सकती
राज्य में बढ़ रहे कोरोना के मामले को लेकर सीएम कि राज्य में कोविड के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। जिस तरह की सख्ती मार्च में बरती गई। इसी वजह से अपनी स्थिति नियंत्रण में हैं। ग्रीन और ऑरेंज जोन में धीरे-धीरे और भी रियायत दी जाएंगी। लेकिन, रेड जोन में रियायत नहीं दी जा सकती है।'
पांच लाख श्रमिकों को घर भेजने की हो चुकी व्यवस्था: उद्धव ठाकरे
सीएम उद्धव ठाकरे ने प्रवासी श्रमिकों से अपील करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने पांच लाख श्रमिकों को उनके मूल राज्य भेजने की व्यवस्था की है। इसलिए, वो पैदल न जाएं। ठाकरे ने कोरोना के आंकड़ों की जानकारी देते हुए कहा कि अभी तक मुंबई में 19,967 पॉजिटिव मामले दर्ज किए जा चुके हैं जबकि पांच हजार से अधिक मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।