गाजियाबाद से लापता हुई स्नैपडील की इंजीनियर सुरक्षित घर लौटी
मशहूर शॉपिंग कंपनी स्नैपडील में इंजीनियर दीप्ति सरना की बुधवार शाम घर लौटने के क्रम में लापता हो जाने के बाद से लगातार खोज-बीन जारी थी। परिजनों को तब राहत मिली जब शुक्रवार को खुद दीप्ति ने फोन कर अपने सुरक्षित होने और घर लौटने की जानकारी दी। दीप्ति के पिता का कहना है कि उनकी बेटी ने बताया है कि उसके साथ कुछ भी गलत नहीं हुआ है। वह पूरी तरह सुरक्षित है। हालांकि पिता ने बताया कि उनकी बेटी को आंख पर पट्टी बांधकर कहीं छोड़ दिया गया था। जिसके बाद शुक्रवार की सुबह दीप्ति ने ट्रेन में किसी यात्री के फोन से अपने भाई को फोन कर बताया कि वह सुरक्षित है और पानीपत से दिल्ली आ रही है। इस सूचना पर परिवार के साथ पुलिस वालों ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर उसे सुरक्षित घर ले आए।
गाजियाबाद के एसएसपी धर्मेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि दीप्ति ने बताया कि ऑटो में बैठने के बाद उसे चार लोगों ने किडनैप किया। ऑटो में एक अन्य लड़की भी बैठी थी, जिसे जबरन मेरठ तिराहे पर उतार दिया गया। फिर वे दीप्ति की आंखों पर पट्टी बांधकर घुमाते रहे। दीप्ति ने बताया कि उसके साथ कोई अभ्रदता और मारपीट नहीं की गई और अंत में उन लोगों ने नरेला रेलवे स्टेशन के पास उसे छोड़ दिया। एसएसपी ने बताया कि दीप्ति न तो इन बदमाशों का हुलिया बता पा रही है और न ही ऑटो से जबरन उतारी गई महिला के बारे में कुछ बता पा रही है, जिससे पुलिस को उस महिला के बारे में भी कुछ पता नहीं चल पा रहा है। यही नहीं अब तक ये भी साफ नहीं हो पाया है कि बदमाशों ने आखिर उसे अगवा क्यों किया।
दीप्ति सरना स्नैपडील कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। दीप्ति को लेकर स्नैपडील ने #HelpFindDipti के नाम से सोशल मीडिया पर एक मुहिम शुरू की थी और लोगों से अपील की थी कि दीप्ति से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी ट्विटर पर सीधे मैसेज के जरिये साझा किया जाए। 24 वर्षीय दीप्ति शाम को गुड़गांव में स्थित स्नैपडील के ऑफिस से गाजियाबाद अपने घर के लिए निकली थी। रात करीब 8 बजे दीप्ति गाजियाबाद के वैशाली मेट्रो स्टेशन पर उतरी और हमेशा की तरह शेयरिंग ऑटो लेकर गाजियाबाद के बस स्टैंड की तरफ चल दी, जहां से उसके पिता या भाई उसे अपने साथ घर ले जाते थे। ऑटो में बैठने के बाद दीप्ति ने अपने घर पर फोन किया और बताया कि वह रास्ते मे हैं। इसके बाद से दीप्ति का फोन बंद हो गया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बताया था कि राज्य की पुलिस इस मामले को प्राथमिकता से ले रही है। इसके तुरंत बाद पुलिस हकरत में आ गई और लापता युवती की खोजबीन में जुट गई। पुलिस इलेक्ट्रॉनिक निगरानी के जरिए दीप्ति को ढूंढने में जुटी थी और कुछ अन्य मोबाइल नंबरों पर भी नजर रख रही थी। कुछ ऑटो चालकों को भी पूछताछ के लिए बुलाया किया गया था।