दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग केस: 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज गए महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक
दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग केस में महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक को मुंबई की स्पेशल पीएमएलए कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मलिक को 7 मार्च तक हिरासत में भेजा दिया था। ईडी ने मलिक को भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 23 फरवरी गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र सरकार के अल्पसंख्यक मामलों के 62 वर्षीय मंत्री और एनसीपी के प्रवक्ता मलिक को 8 दिन की ईडी हिरासत में भेजा गया था। हालांकि बीते गुरुवार को उनकी हिरासत को बढ़ाकर 7 मार्च कर दिया गया। ईडी के अधिकारियों ने कहा था कि मलिक के 1993 के मुंबई बम विस्फोटों से जुड़े लोगों से संबंध थे। एजेंसी का कहना है कि यह जांच, भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम, उसके सहयोगियों और मुंबई अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों से संबंधित है।
एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को कहा था कि मलिक की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है और मुसलमान होने के कारण उनका नाम अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जोड़ा जा रहा है। पवार ने मलिक के इस्तीफे की विपक्ष की मांग भी खारिज कर दी। राकांपा प्रमुख ने कहा, ''मलिक की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है। उनका नाम दाऊद इब्राहिम से इसलिए जोड़ा जा रहा है क्योंकि वह मुसलमान हैं। मलिक और उनके परिवार के सदस्यों को जानबूझ कर परेशान किया जा रहा है, लेकिन हम इसके खिलाफ लड़ेंगे।''
प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक को दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। उन्हें 3 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेजा गया था। नवाब मलिक पर हसीना पारकर की एक जमीन को खरीदने का आरोप है। आरोप यह भी है कि उन्होंने 300 करोड़ की जमीन को महज 55 लाख रुपए में खरीदा। इस पूरे ट्रांजैक्शन में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप मलिक पर लगा है। साथ ही अंडरवर्ल्ड और 1993 बम धमाकों के आरोपियों से संबंध रखने और प्रॉपर्टी खरीदने का भी आरोप है। ईडी ने मलिक पर टेरर फंडिंग का आरोप लगाया था।
ईडी की कस्टडी के दौरान तबीयत बिगड़ने के बाद नवाब मलिक को मुंबई के जेजे अस्पताल में 25 फरवरी की शाम भर्ती करवाया गया था। हालांकि 28 तारीख को दोपहर में नवाब मलिक को स्वास्थ्य में सुधार के बाद वापस ईडी के दफ्तर लाया गया है। बता दें कि नवाब मलिक को पेट दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में एडमिट करवाया गया था।