अधिकतर विधायक शशिकला के साथ हैं: अन्नाद्रमुक प्रवक्ता
उधर, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम और द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एम.के. स्टालिन आज सचिवालय पहुंचे और वहां बड़े अधिकारियों संग बैठक की। पांच फरवरी को इस्तीफा देने और राज्यपाल सी. विद्यासागर राव द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था होने तक पद पर बने रहने की बात कहे जाने के बाद पनीरसेल्वम का सचिवालय का यह पहला दौरा है।
अन्नाद्रमुक महासचिव शशिकला के खिलाफ बगावत करने वाले तथा मुख्यमंत्री बनने के उनके (शशिकला के) प्रयास को विफल करने का आह्वान करने वाले पनीरसेल्वम द्वारा अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात किए जाने की उम्मीद है। स्कूली शिक्षामंत्री के. पांडियाराजन भी उनके साथ हैं। राजनीतिक संकट के चलते प्रशासन के पंगु हो जाने की बात से इनकार करते हुए पनीरसेल्वम ने कल कहा था कि वह हर रोज अधिकारियों से मिलते रहे हैं और आज वह सचिवालय जाएंगे।
उधर, शशिकला कैंप के पार्टी प्रवक्ता वी. चेल्वन ने कहा कि मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम के पास सात विधायकों का समर्थन था और इसलिए वे शक्ति परीक्षण की स्थिति में भी विधानसभा में अपना बहुमत साबित नहीं कर सकते। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, वह किसी के द्वारा दी गई किसी गलत जानकारी के आधार पर कहते हैं कि वह अपना बहुमत साबित कर सकते हैं। अन्नाद्रमुक के अधिकतर विधायक चिन्नम्मा (शशिकला) के साथ हैं और हम (शक्ति परीक्षण में) अपनी शक्ति साबित करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि शशिकला अन्नाद्रमुक के विधायी दल की चुनी गई नेता हैं और इसलिए राज्यपाल को उन्हें सरकार बनाने के लिए बुलाना चाहिए।
वी चेल्वन ने 11 सांसदों के पनीरसेल्वम के खेमे में चले जाने से जुड़े सवाल के जवाब में यह यकीन जताया कि ये सांसद वापस शशिकला के खेमे में लौट आएंगे। पनीरसेल्वम के लिए बढ़ते समर्थन के क्रम में अन्नाद्रमुक के छह और सांसद उनके खेमे में चले गए थे। इसके साथ ही उनके पक्ष में खड़े सांसदों की संख्या बढ़कर 11 हो गई थी। शशिकला ने कल संकल्प लिया था कि वह लंबे समय से अपनी मित्र रहीं दिवंगत जयललिता द्वारा आगे बढ़ाई गई पार्टी की सुरक्षा करेंगी। उन्होंने कहा था, मैं इस उद्देश्य के लिए अपनी जान भी दे दूंगी।
पास ही स्थित रिजॉर्ट पर विधायकों को संबोधित करते हुए शशिकला ने कहा था, आप 129 विधायक एक महासागर की तरह हैं। कोई भी एक बांध बनाकर उसे रोक नहीं सकता है। कोई भी प्रयास इस सरकार को अस्थिर नहीं कर सकते। कोई भी हमें नुकसान नहीं पहुंचा सकता और डरने की कोई बात नहीं है।