यूपी इनवेस्टर समिट में पहले दिन 4.28 लाख करोड़ रुपये के एमओयू
लखनऊ में आज से शुरू हुए यूपी इनवेस्टर समिट 2018 के पहले दिन 4.28 लाख करोड़ रुपये के 1045 सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इनके अलावा देश के बड़े उद्योगपतियों में शामिल मुकेश अंबानी, गौतम अडाणी और कुमारमंगलम बिड़ला ने राज्य में भारी निवेश करने की घोषणा की। इस समिट में देश-विदेश के करीब 5,000 निवेशक भाग ले रहे हैं।
अंबानी करेंगे दस हजार करोड़ रुपये का निवेश
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि उनकी कंपनी जियो के माध्यम से राज्य में तीन साल में दस हजार करोड़ रुपये निवेश करेगी। उऩ्होंने कहा कि जियो राज्य में अभी तक 20,000 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है। हमारी योजना है कि इस साल के अंत तक जियो हर गांव तक पहुंच जाए।
अंबानी ने उत्तर प्रदेश को भारत का सबसे लोकप्रिय राज्य बताया। उन्होंने कहा कि जियो के फोन दो करोड़ लोगों को दिए जाएंगे और उत्तर प्रदेश में एक लाख नए रोजगार पैदा किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि उत्तर प्रदेश उठ जाए और दौड़ने लगे तो कोई भी भारत को वैश्विक महाशक्ति बनने से नहीं रोक सकता। यह हमारे लिए निवेश के लिए मुख्य क्षेत्र है इसकी वजह से हम यहां होने वाले विकास को हर स्तर पर सहयोग देंगे।
35 हजार करोड़ लगाएंगा अडाणी समूह
अडाणी समूह उत्तर प्रदेश में अगले पांच साल के दौरान 35 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा। समूह के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक गौतम अडाणी ने यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि देश की कुल आबादी का 17 फीसदी हिस्सा उत्तर प्रदेश में रहता है। भारत के विकास की कहानी उत्तर प्रदेश के विकास की कहानी से अलग नहीं की जा सकती। उन्होंने ऊर्जा, लॉजिस्टिक्स, फूड एवं एग्रीकल्चर कॉम्प्लेक्स, नवीकरणीय ऊर्जा, सड़क एवं मेट्रो रेल जैसे क्षेत्रों में निवेश का आश्वासन दिया।
आदित्य बिड़ला समूह भी लगाएगा भारी पूंजी
आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमारमंगलम बिड़ला ने कहा कि उनका समूह उत्तर प्रदेश में अगले पांच साल के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में 25 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा। उन्होंने कहा कि बिड़ला समूह सीमेंट, रसायन और वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में राज्य में सक्रियता से कार्य कर रहा है। समूह ने यहां 24 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है और 40 हजार लोगों को रोजगार मुहैया कराया है। बिड़ला ने कहा कि उनकी कंपनी दूरसंचार, रसायन और वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में निवेश बढ़ाएगी।
टीसीएस, एस्सेल और महिंद्रा एंड महिंद्रा भी आगे आए
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि टीसीएस लखनऊ में अपनी सर्विस जारी रखेगी और यहां अपनी स्थिति को ज्यादा मजबूत करेगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी क्षेत्रों में चौतरफा विकास में हम सरकार के साथ काम करेंगे। एस्सेल ग्रुप लिमिटेड के सुभाष चंद्रा ने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ 18,750 करोड़ रुपये का एमओयू किया है। महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा कि उनकी कंपनी वाराणसी में कई तरह के निवेश करेंगे और रिजॉर्ट बनाएंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समिट के पहले दिन तक कुल 4.28 लाख करोड़ रुपये के 1045 सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। सम्मेलन के उदघाटन कार्यक्रम में योगी ने कहा कि 'यह राज्य के लिए गौरव की बात है कि समिट में फार्च्यून—500 सूची की कई कंपनियां हिस्सा ले रही हैं । मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले तीन वर्ष के दौरान राज्य में 40 लाख रोजगार सृजन करना है । इस दिशा में प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए राज्य सरकार रणनीति बनाने में सुझाव हासिल करने के लिहाज से देश के जाने माने उद्योगपतियों का राज्य निवेश प्रोत्साहन बोर्ड बनाया है। इसके माध्यम से अग्रणी उद्योगपतियों का सक्रिय सहयोग प्रदेश की औद्योगिक नीति को नयी दिशा प्रदान करने में प्राप्त हो पाएगा।