मैसूर गैंगरेप के बाद विश्वविद्यालय का फरमान, शाम 6.30 बजे के बाद छात्राओं की आवाजाही पर प्रतिबंध; 5 लोग गिरफ्तार
कर्नाटक के मैसूर में एक प्राइवेट कॉलेज में मेडिकल की छात्रा से गैंगरेप मामले के बाद शाम 6 बजे के बाद लोगों के कुकरहल्ली झील में प्रेवश करने पर रोक लगा दी है। यह फैसला मैसूर यूनिवर्सिटी द्वारा एहतियात के तौर पर लिया गया है।
शहर में गैंगरेप की घटना के खिलाफ आक्रोश देखते हुए कुलपति प्रो. जी हेमंथा कुमार ने शनिवार तक आदेश को ठीक करने का आश्वासन दिया है।
आदेश में कहा गया है कि शाम 6.30 बजे के बाद कैंपस में छात्राओं की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। उन्हें निर्धारित समय के बाद परिसर में कहीं भी बैठने पर भी रोक लगाई गई है।
आदेश में यह भी कहा गया है कि विश्वविद्यालय परिसर से सटे प्रसिद्ध कुक्कराहल्ली झील परिसर में और प्रकृति प्रेमियों द्वारा अक्सर लोगों का प्रवेश भी शाम 6.30 बजे के बाद प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। विश्वविद्यालय ने परिसर में गश्त और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं।
इस मामले में कर्नाटक के सीएम बसवराज एस बोम्मई ने कहा कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रवीण सूद गैंगरेप मामले की जांच की निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा कि डीजीपी मैसूर जा रहे हैं। उन्होंने जांच की निगरानी करने औऱ माले को जल्द से जल्द सुलझाने का निर्देश दिया है। पांच टीमों का गठन कर कार्रवाई की जा रही है। मैसूर गैंगरेप पर कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने बताया कि इस मामले में 5 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
बता दें, कर्नाटक के मैसूर में मंगलवार को 23 साल की एक एमबीए छात्र से कथित सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया था। इस दिन शाम करीब साढ़े 7 बजे चामुंडी हिल्स से लौटते वक्त कुछ लोगों के एक समुह ने मेडिकल छात्रा और उसके मित्र को घेर लिया और पैसों की मांग की। जब उन्होंने पैसे देने से इनकार कर दिया तो उनमें से दो ने कथित तौर पर महिला के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया और उसके मित्र की पिटाई कर दी।
सूत्रों द्वारा पता चला है कि आरोपियों ने कथित तौर पर एक वीडियो भी बनाया और तीन लाख रुपये ने देने पर उसे वायरल करने की धमकी भी दी। जब युवती और उसके दोस्त ने असमर्थता जताई तो उन्होंने उनके साथ मारपीट की। बाद में लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया।