सर्वदलीय बैठक में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा, भंग हो विधानसभा
राज्यपाल एनएन वोहरा द्वारा शुक्रवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पैंथर्स पार्टी ने विधानसभा भंग करने की मांग की। बैठक में शामिल दलों ने राज्यपाल से आग्रह किया कि लोगों के बीच विश्वास बहाली के लिए और कदम उठाएं जाएं। इन कदमों के तहत भ्रष्टचार पर रोक लगाई जाए और शासन प्रणाली को सही किया जाए। राज्यपाल ने यह बैठक राज्य में राज्यपाल शासन लगने के बाद विभिन्न दलों के नेताओं की राय जानने की लिए बुलाई थी।
समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राज्यपाल से आग्रह किया कि ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि राज्य में मानवाधिकारों का हनन नहीं हो। उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्यपाल शासन लगने से राज्य की व्यवस्था में सुधार होगा।
बैठक के बाद पैंथर्स पार्टी के हर्ष देव सिंह ने कहा कि किसी दल के पास राज्य में सरकार बनाने लायक विधायक नहीं है और न ही किसी किसी गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा किया है इस लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त से बचने के लिए विधान सभा भंग करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने बैठक के दौरान विधान सभा भंग करने और नए चुनाव कराने की मांग की।
पैंथर्स पार्टी के नेता के अनुसार पीडीपी के प्रतिनिधि दिलावर मीर ने विधानसभा जारी रखने और विधायकों को काम करने की अनुमति देने की मांग की जबकि भाजपा इस मुद्दे पर चुप रही। उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेतृत्व ही मुद्दे का हल कर सकता है क्योंकि वह लोगों से जुड़ा होता है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने कहा कि उन्होंने बैठक में पीडीपी-भाजपा सरकार के पिछले साल के कुशासन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने नौकरियां देने में योग्यता की अवहेलना की जिससे युवाओं के साथ अन्याय हुआ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नए चुनाव का समर्थन करती है पर उन्होंने विधानसभा के बारे में फैसला राज्यपाल के ऊपर छोड़ दिया है। इस बैठक में भाजपा की ओर से सत महाजन ने भाग लिया।
इस बैठक के अलावा राज्यपाल ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि यात्रा को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है। तैयारियां पूरी कर ली गई है और यात्रा शांतिपूर्ण संपन्न होगी।