शराबबंदी के पक्ष में जहां से भी आवाज उठेगी, वहां जाउंगा: नीतीश
राजधानी पटना में सोमवार को आयोजित जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश ने कहा, शराबबंदी के पक्ष में जहां से भी आवाज उठेगी, मैं उसमें जाउंगा। उन्होंने कहा, चाहे जहां कहीं से भी शराबबंदी के लिए कोई सम्मेलन होगा और उसमें मुझे बुलाया जाएगा तो कार्यक्रम में हम जाएंगे। अभी तो उत्तर प्रदेश, झारखंड और ओडीशा जाने पर हम विचार कर रहे हैं। शराबबंदी को लेकर आज देश भर में मांग की जा रही है। बिहार में शराबबंदी हो सकती है तो अन्य प्रदेशों में क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि शराबबंदी ऐसा सामाजिक आंदोलन है जो किसी के रोकने से नहीं रुकेगा। बिहार के सीमावर्ती इलाके में शराब की दुकान की संख्या में वृद्धि हो रही है, यह किस तरह का सहयोग है।
नीतीश ने कहा कि किसी भी राज्य को शराब बिक्री को बढ़ावा नहीं देना चाहिए और जब किसी एक प्रदेश ने ऐसा करने की हिम्मत की है तो दूसरों को सहयोग करना चाहिए क्योंकि शराब के कारोबार को बढ़ावा देना नैतिक नहीं है। पडोसी देश नेपाल के रास्ते बिहार में अवैध तरीके से शराब की तस्करी के बारे में नीतीश ने कहा कि हमने सशस्त्र सीमा बल से कहा है कि वह सीमा पर निगरानी करते हैं, बिहार में शराबबंदी लागू है, यहां शराब नहीं आने दें। नीतीश ने कहा कि पूर्ण शराबबंदी को बिहार में कड़ाई से लागू किया गया है और हमारा आत्मविश्वास है कि यह कामयाब होगा और उनका यह आत्मविश्वास यहां के जनसमर्थन के आधार पर है तथा इसके कामयाब होने पर बाकी राज्य में शराबबंदी के पक्ष में जो आवाज उठ रही है उसको कोई दबा नहीं सकता। एक-एक कर सबको लागू करना होगा।