महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए भी मप्र में नहीं होगी शराबबंदी
चुनावी साल में मध्य प्रदेश बिहार के नक्शेकदम पर चलने नहीं जा रहा है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महिला मतदाताओं को लुभाना तो चाहते हैं लेकिन इसमें बहुत से अगर-मगर हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने जब से नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा की थी और नर्मदा नदी के किनारे शराब की दुकानों को हटाने में सख्ती दिखाई थी लग रहा था कि अब यह प्रदेश भी गुजरात और बिहार की राह पर चल देगा।
मगर राज्य के वित्तमंत्री जयंत मलैया ने दो टूक कह दिया कि प्रदेश में फिलहाल शराबबंदी की कोई योजना नहीं है। मलैया ने संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि राज्य सरकार ने यह कभी नहीं कहा कि प्रदेश में शराबबंदी होगी। हालांकि उनका कहना है कि सरकार शराब के दुष्प्रभावों से लोगों को अवगत कराने के लिए जागरुकता अभियान चलाएगी। ताकि शराब का उपयोग हो।
मध्यप्रदेश में शराबबंदी को लेकर बहुत सालों से चर्चा चली आ रही है। महिला वर्ग को उम्मीद थी कि हो सकता है चुनावी साल में मुख्यमंत्री उनकी इस आस पर मुहर लगा दें। लेकिन मलैया के बयान ने शराबबंदी की आस लगाए लोगों को निराश कर दिया है।