Advertisement
15 February 2017

‘शिव’ राज में खेती नहीं, रेती है लाभ का धंधा: कांग्रेस

गूगल

कांग्रेस ने प्रदेश में किसानों की आत्महत्याओं का जिक्र करते हुए सरकार द्वारा खेती को लेकर दिए गए आंकड़ों पर भी सवाल उठाए हैं।

पिछले एक सप्ताह में नर्मदा रेत का अवैध परिवहन करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के भतीजे, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य सूर्यप्रकाश मीणा के करीबी रिश्तेदार तथा अन्य BJP नेताओं के करीब एक दर्जन डंपर पकड़े गए हैं। सोमवार को भी रायसेन जिले के बरेली कस्बे में 5 डंपर पकड़े गये थे। इनके अलावा प्रदेश के कई अन्य जिलों से लगातार अवैध खनन की शिकायतें आ रही हैं। पिछले सप्ताह छतरपुर जिले में एसडीएम को बंदूक दिखा कर रेत माफिया अपना ट्रैक्टर छीन ले गया था।
कल पकड़े गए डंपरों के नंबर और उनके मालिकों का उल्लेख करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से यह पूछा है कि वह यह बता दें कि ये डंपर किसके हैं और डंपर मालिकों से उनका क्या रिश्ता है। मिश्रा ने अपनी ओर से सभी के नामों का खुलासा किया है और मुख्यमंत्री से उनका रिश्ता भी बताया है। के.के. मिश्रा ने कहा है कि मुख्यमंत्री विदिशा जिले में स्थित अपनी खेती को छोड़ कर पूरे प्रदेश में खेती को लाभ का धंधा नही बना पाए हैं। वे लाख दावे करें लेकिन किसानों की आत्महत्याओं के आंकड़े यह साबित करते हैं कि प्रदेश में खेती की जमीनी हकीकत क्या है।
मिश्रा ने मुख्यमंत्री को खेती को लेकर दिया गया नारा बदलने को कहा है। मिश्रा के मुताबिक मुख्यमंत्री को कहना चाहिए कि खेती नहीं, रेती है लाभ का धंधा। उनका दूसरा नारा होना चाहिए, मेरी नदी - मेरी रेत। उधर भाजपा  ने कांग्रेस के दावों को गलत बताते हुए दावा किया है कि सरकार अवैध खनन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। तभी बड़े-बड़े लोगों के डंपर पकड़े जा रहे हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: शिवराज, मध्यप्रदेश, अवैध खनन, खेती, कांग्रेस, डंपर, मुख्यमंत्री
OUTLOOK 15 February, 2017
Advertisement