पुलिस नहीं अपराधी कर रहे हैं सीसीटीवी से निगरानी
शहर के दक्षिणी इलाके में सबसे पहले इस चलन का पता चला जब एक सट्टाबाजी गिरोह लगातार सक्रिय था लेकिन पुलिस ने जब भी उसके ठिकाने का औचक निरीक्षण किया, वहां पुलिस को कुछ नहीं मिला। पुलिस को बाद में वसंत गांव इलाके में सट्टेबाजों के ठिकाने के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे का पता चला जिसके बाद पुलिस ने एक गुप्त अभियान की योजना बनायी।
लेकिन पुलिस के लिए यह आसान नहीं रहा, गिरोह को पनाह दे रही एक महिला ने पुलिस की टीम को घेर लिया और उसपर अपने घर के परिसर में घुसकर अपना शोषण करने का आरोप लगाया। महिला ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से अपने दावे को साबित भी किया। घटना से घबराए पुलिसकमिर्यों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से इसपर चर्चा की।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) ईश्वर सिंह ने कहा, हमें पता चला कि अवैध शराब की बिक्री, सट्टाबाजी गिरोह और मादक पदार्थ की ब्रिकी में शामिल अपराधियों ने अपने घरों में सीसीटीवी लगाए हुए थे और उसकी मदद से इलाके के पुलिसकर्मियों की गतिविधि पर निगरानी रखते थे।
अप्रैल में दक्षिणी जिले के विशेष कार्य बल को इस तरह के गिरोहों का पता लगाने और उन्हें न्याय के घेरे में लाने का जिम्मा सौंपा गया। करीब दस दिन में बल ने इस तरह के तीन गिरोहों का भंडाफोड़ किया। दक्षिणी जिले के बाद दूसरे जिलों में भी पुलिस इस तरह के चलन का पता लगा रही है।