ओखी तूफान: केरल के 17 मछुआरों को बचाया गया, राज्य सरकार के खिलाफ लोगों में आक्रोश
केरल तट से दूर समुद्र में पांच दिन से फंसे 17 मछुआरों को आज सुरक्षित बाहर निकाला गया। ओखी तूफान के कारण भारी बारिश और तेज हवाओं से यह तट बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
नौसेना के सूत्रों ने बताया कि आईएनएस कल्पेनी द्वारा 13 मछुआरों को आज सुबह सुरक्षित निकाला गया और उन्हें कोल्लम में अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया।
वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर ने कायमकुलम से करीब 30 मील पश्चिम से चार मछुआरों को बचाया और उन्हें यहां के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया।
वायुसेना के चार और नौसेना के तीन विमान और 10 नौसैन्य जहाज आज सुबह से तलाशी अभियान चला रहे हैं। तटरक्षक बल के जहाज भी बचाव कार्यों में लगाए गए हैं।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक तटरक्षक बल के दो जहाजों ने कल 10 लोगों की जान बचाई थी।
बयान में बताया गया कि कोच्चि से तटरक्षक बल के एक चेतक हेलीकॉप्टर ने समुद्र से एक व्यक्ति को सुरक्षित निकाला था। दूसरे जहाज ने समुद्र में फंसे एक नाव का पता लगाया जिसमें नौ लोग मौजूद थे। इसे सुरक्षित खींचकर बाहर निकाला गया।
बयान में बताया गया कि करीब 20 नावों में सवार 203 लोगों ने लक्षद्वीप में विभिन्न द्वीपों के पास शरण ली है।
इस बीच केरल तट के इर्द-गिर्द विरोध प्रदर्शन बढ़ते जा रहे हैं। मछुआरे और उनका परिवार बचाव कार्यों के “सुस्त” तरीकों के लिए राज्य सरकार को दोष दे रहे हैं।
पांच दिन पहले समुद्र में उतरे पुंथुरा के 33 मछुआरों के बारे में अब तक कोई सूचना नहीं मिल पाई है।
मौसम विभाग की ओर से जारी ताजा बुलेटिन के मुताबिक इस बीच तूफान ओखी पिछले छह घंटों के दौरान उत्तर-उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ गया है।
उत्तरी लक्षद्वीप के एकांत इलाकों में अगले 12 घंटों के दौरान भारी बारिश होने की संभावना है।