जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाक सैनिकों की गोलाबारी जारी, भारतीय सेना ने भी दिया मुंहतोड़ जवाब
पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के चार सेक्टरों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर गोलाबारी जारी रखी, जिसका भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि बुधवार की तुलना में, जब पाकिस्तानी सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत द्वारा किए गए मिसाइल हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर के अग्रिम गांवों को निशाना बनाकर वर्षों में सबसे तीव्र तोपखाने और मोर्टार गोलाबारी की थी, गुरुवार को सीमा पार से गोलीबारी की तीव्रता कम थी और चार सेक्टरों तक सीमित थी।
जम्मू में एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा, "7 और 8 मई की मध्य रात्रि को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी और अखनूर सेक्टरों के समीप नियंत्रण रेखा के पार छोटे हथियारों और तोपों से बिना उकसावे के गोलीबारी की। भारतीय सेना ने भी इसका उचित जवाब दिया।"
अधिकारियों ने बताया कि झड़प में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
उन्होंने बताया कि जम्मू में सबसे अधिक प्रभावित पुंछ सेक्टर में बुधवार की भीषण गोलाबारी में 13 लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन रात में स्थिति कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रही।
भड़की हिंसा के मद्देनजर सीमावर्ती इलाकों के सैकड़ों निवासी पहले ही सुरक्षित क्षेत्रों में चले गए हैं।
पाकिस्तानी गोलाबारी में मारे गए 13 लोगों में 5-फील्ड रेजिमेंट के लांस नायक दिनेश कुमार भी शामिल थे।
सेना ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "जीओसी (जनरल ऑफिसर कमांडिंग) और व्हाइट नाइट कोर के सभी रैंक 5 एफडी रेजिमेंट के एल/एनके कुमार के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं, जिन्होंने 7 मई को पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी के दौरान अपनी जान कुर्बान कर दी। हम पुंछ सेक्टर में निर्दोष नागरिकों पर लक्षित हमलों के सभी पीड़ितों के साथ एकजुटता में खड़े हैं।"
भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, ताकि दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का बदला लिया जा सके। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।
बढ़ते तनाव को देखते हुए प्राधिकारियों ने आदेश दिया है कि जम्मू क्षेत्र के पांच सीमावर्ती जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थान गुरुवार को दूसरे दिन भी बंद रहेंगे। संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने एक पोस्ट में कहा कि मौजूदा स्थिति के मद्देनजर जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों में सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान गुरुवार को दूसरे दिन भी बंद रहेंगे।
जम्मू संभाग में प्रशासन ने क्षेत्र के सभी 10 जिलों में 24x7 नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए हैं। पहलगाम हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच गुरुवार की गोलाबारी जम्मू एवं कश्मीर में सीमा पर गोलीबारी की लगातार 14वीं रात थी।
भारत और पाकिस्तान द्वारा 25 फरवरी, 2021 को संघर्ष विराम समझौते को नवीनीकृत करने के बाद से नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन बहुत दुर्लभ हो गया है।