रांची के चिड़ियाघर में बाघ की मौत के बाद दहशत, 11 और शेर-बाघ के नमूने टेस्ट के लिए बरेली भेजे गये
रांची बिरसा जैविक उद्यान के बाघ शिवा की बुखार और संक्रमण से मौत के बाद उद्यान प्रशासन ज्यादा ही अलर्ट मोड में है। इस उद्यान में बिल्ली प्रजाति के शेर, बाध, सात लैपर्ड, एक ब्लैक लैपर्ड सहित 21 जीव हैं। सब का टेस्ट कराने का निर्णय किया गया है। मुख्य वन संरक्षक सह बिरसा जैविक उद्यान के निदेशक यतींद्र कुमार दास ने आउटलुक से कहा कि कोरोना संक्रमण शेर और बाघ में फैलने की आशंका ज्यादा रहती है। इस प्रजाति के 11 जीवों का स्वैब, कोरोना जांच के लिए आइवीआरआइ ( इंडियन वेटेरिनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट) बरेली भेजा गया है। बाघ शिवा जिसकी गुरुवार को मौत हो गई थी का नमूना भी सड़क मार्ग से बरेली भेजा गया था आज सोमवार को वहां रिसीव हुआ है। एक-दो दिनों में जांच रिपोर्ट आ जायेगी। पिछले मंगलवार से ही शिवा बुखार और संक्रमण से प्रभावित था, रैपिड एंटीजेन निगेटिव आया था। इसके बावजूद पूरी तरह पुष्टि के लिए आरटीपीसीआर जांच के लिए उसका नमूना बरेली भेजा गया।
जिन दिन यानी गुरुवार को शिवा की रांची जू में मौत हुई उसी दिन चेन्नई के पास वंडालूर में अरगनार अन्ना प्राणि उद्यान में नौ साल की शेरनी की संक्रमण से मौत हुई। वहां के 11 में से नौ शेर-शेरनी कोरोना संक्रमित पाये गये। दरअसल बीते माह हैदराबाद के नेहरू प्राणि उद्यान में आठ शेर कोरोना संक्रमित पाये गये थे। इसके बाद से ही जू प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया था।
एक मई को पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने सभी प्राणी उद्यानों और बाघ अभयारण्यों और वन्यजीव अभयारण्यों को लोगों के लिए बंद करने को लेकर एडवाइजरी जारी किया था। हैदराबाद के बाद जयपुर के नाहरगढ़ चिड़ियाघर में एक शेर संक्रमित पाया गया। वहीं इटावा के लाायन सफारी से दो बाघिन पॉजिटिव थीं, बाद में जांच में जाहिर हुआ कि इनका हैंडलर पॉजिटिव था। रांची बिरसा जैविक उद्यान के निदेशक यतींद्र कुमार दास कहते हैं कि यहां पूरी सावधानी बरती जा रही है। पूर्व में यहां के कर्मियों की भी जांच कराई गई थी तीन-चार कर्मी पॉजिटिव पाये गये तो उन्हें अवकाश पर भेज दिया गया था। कर्मी आते हैं तो पहले उन्हें स्टीम की प्रक्रिया से गुजरना होता है। बहरहाल देश में शेर, बाघ में कोरोना संक्रमण के आ रहे मामलों के मद्देनजर जू प्रशासन दहशत में है। बरेली से जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। हालांकि निदेश को भरोसा है कि यहां से संक्रमण के मामले नहीं निकलेंगे, एहतियातन संतुष्टि के लिए जांच कराया जा रहा है।