जम्मू-कश्मीर के लोगों को ‘जर, जमीन और जंगल’ का कोई खतरा नहीं: नकवी
केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने गुरुवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों को ‘जर, जमीन और जंगल’ से कोई खतरा नहीं है। उन्होंने भाजपा जिला विकास परिषद् के चुनाव में लोगों के समर्थन से अच्छा प्रदर्शन करेगी। स्वतंत्रता के बाद प्रदेश में पहली बार जिला विकास परिषद् के चुनाव होने जा रहे हैं।
नकवी ने केन्द्र शासित प्रदेश के लोगों को आश्वासन दिलाया कि जम्मू कश्मीर के लोगों को जर, जमीन और जंगल से कोई खतरा नहीं है, उनके अधिकार सुरक्षित हैं और वे मजबूत हैं। जब गुर्जर और बकेरवालों के सदस्यों ने उनसे पूछा कि कई दशकों के बाद उन्हें जंगलों से अन्यत्र जाना पड़ रहा है तो उन्होंने कहा कि किसी को प्रदेश से विस्थापित नहीं किया जाएगा। जब उनसे यह पूछा गया कि इन समुदायों के सुरक्षा की गारंटी देने वाले प्रदेश में वन संरक्षण अधिनियम क्यों लागू नहीं किया गया था, उन्होंने कहा कि इसे भी लागू किया जाएगा।
उन्होंने कहा," भाजपा ‘सब का साथ, विश्वास और विकास’ पर विश्वास करती है। हमारा धर्म मानवता है और राष्ट्रवाद है।" नकवी ने सीमांत जिले में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा," आपको याद होगा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 निरस्त करने के बाद भाजपा ने लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास, लेह में अच्छा प्रदर्शन किया और बहुमत हासिल किया था।"
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि गुपकार की घोषणा दलों ने प्रदेश की जनता में भय पैदा करने की साजिश की है। गुपकार घोषणा पर कांग्रेस अभी भी असमंजस की स्थित में है। वह कभी हां तो कभी ना करती है। लेकिन वह अपनी जाल में ही फंस गई है। उसकी वेबसाइट से पता चलता है कि वह गुपकार घोषणा के साथ है। उन्होंने कहा कि गुपकार घोषणा वंशवाद और विनाशकारी राजनीति में विश्वास रखती है। उन्हें स्वतंत्र और पारदर्शी राजनीतिक प्रक्रिया पसंद नहीं है यही कारण है कि अब वे सभी साजिशों में लिप्त हैं।