पीएम ने किया चेन्नई का दौरा, 1000 करोड़ की मदद का ऐलान
मोदी ने तमिलनाडु रवाना होने से पहले ट्विटर पर लिखा, विनाशकारी बाढ़ के कारण पैदा हुई स्थिति का जायजा लेने के लिए चेन्नई जा रहा हूं। चेन्नई और इसके उपनगरीय इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण लाखों लोग मुसीबत में हैं। इस कारण शहर में आम जनजीवन थम गया है। हालांकि बुधवार की रात से बारिश नहीं होने के कारण पिछले तीन दिनों से जारी मूसलाधार बारिश से हलकान लोगों को कुछ राहत मिली है लेकिन शहर के बाहरी हिस्से में स्थित चेम्बरमबक्कम झील से कल रात भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण शहर के नए इलाकों में बाढ़ आ गई है। चेम्बरामबक्कम झील से लगभग 30,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण कोडमबक्कम एवं टी नगर और अशोक नगर जैसे शहर के प्रमुख इलाकों में पानी भर गया है। यह झील शहर में पेयजल की आपूर्ति किए जाने वाले स्रोतों में से एक है। शहर में अभी बारिश नहीं हो रही है लेकिन आसमान में बादल छाए हुए हैं और अगले तीन दिनों में बारिश होने के पूर्वानुमान के कारण लोग चिंतित हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, त्रासदी से धैर्य के साथ उबरेंगे तमिलनाडु निवासी
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने चेन्नई में बाढ़ के कारण आई त्रासदी में लोगों की जान जाने पर दुख जाहिर किया है और उम्मीद जताई है कि तमिलनाडु के लोग धैर्य और संयम के साथ इससे उबरेंगे। प्रणब ने एक संदेश में कहा, भारी बारिश के कारण चेन्नई में हुए जान-माल के नुकसान से दुखी हूं। इस मुश्किल घड़ी में मेरी प्रार्थनाएं और शुभकामनाएं तमिलनाडु के लोगों के साथ हैं। राष्ट्रपति ने उम्मीद जताई कि तमिलनाडु के लोग धैर्य और संयम के साथ इस त्रासदी से उबर जाएंगे।
हर संभव मदद करेगा केंद्र
केंद्र ने चेन्नई के हालात को चिंताजनक बताया है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को संसद में जानकारी दी कि तमिलनाडु में भारी बारिश और बाढ़ से अब तक 269 लोगों की मौत हुई है। केंद्र सरकार ने आज कहा कि वह तमिलनाडु में चेन्नई समेत विभिन्न इलाकों में भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद एवं राहत पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए रवाना हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि केंद्र सरकार इस विषय पर राज्य सरकार के साथ संपर्क बनाए हुए है और केंद्रीय गृह सचिव प्रभावित इलाकों की स्थिति पर सतत नजर रखे हुए हैं। सेना और नौसेना को लगाया गया है और हेलीकॉप्टर को भी राहत कार्य में लगाया गया है। लेकिन स्थिति सुधरने पर ही सभी उपाए कारगर हो सकते हैं। जहां भी संभव है, हम पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं।