"ममता सरकार के गिनती के दिन बचे, TMC ने लूटने के लिए माओवादियों की नई नस्ल को पैदा किया है": पीएम मोदी
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों को लेकर हर दल चुनाव प्रचार में जुटी हुई है। गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनसभा को संबोधित करने पुरुलिया पहुंचे। इस दौरान बंगाल के सियासी घमासान के बीच पीएम मोदी ने ममता बनर्जी के आरोपों पर जबाव दिया और कई निशाने साधे। उन्होंने कहा कि बंगाल में ममता सरकार की हार तय है, सरकार के गिनती के दिन बचे हैं। वहीं, पीएम मोदी ने सत्तारूढ़ दल टीएमसी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो ये पार्टी माओवादियों की नई नस्ल को पैदा की है जिसने जनता का पैसा लूटा है।
पुरुलिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा "पहले वामपंथियों और फिर टीएमसी की सरकार ने यहां उद्योग-धंधे पनपने नहीं दिए। यहां सिंचाई के लिए जितना काम होना चाहिए था, वो भी नहीं हुआ। कम पानी की वजह से पशुओं को पालने में होने वाली दिक्कत मैं भली-भांति जानता हूं।" उन्होंने आगे कहा कि खेती-किसानों को अपने हाल पर छोड़कर टीएमसी सरकार सिर्फ अपने खेल में ही लगी रही। इन्होंने पुरुलिया को सिर्फ जल संकट से भरा जीवन, पलायन, गरीबों को भेद-भाव भरा शासन दिया है। ममता सरकार ने पुरुलिया की पहचान देश के सबसे पिछड़े क्षेत्र के रूप में बनाई है।
प्रधानमंत्री ने दीदी से सवाल किया "ये लोग कैसे काम करते हैं इसका उदाहरण है, पुरुलिया पाइप्ड वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट, 8 साल हो गए ये अब तक अधूरा पड़ा है। सारे बांध, सरोवर की स्थिति भी आपके सामने है, यहां के किसानों को इसका जवाब कौन देगा दीदी?"
पीएम ने कहा कि 2 मई के बाद जब पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सरकार बनेगी तो उद्योग और रोजगार के लिए अनेक अवसर बनेंगे। यहां ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि लोगों को पलायन के लिए मज़बूर नहीं होना पड़ेगा। यहां कृषि आधारित उद्योगों को बल दिया जाएगा ताकि यहां के युवाओं को यही पर ज्यादा रोजगार मिल सके।
पीएम मोदी ने कहा कि दलित, आदिवासी, पिछड़े इलाकों के हमारे युवा भी रोजगार के अवसरों से जुड़ सकें, इसके लिए कौशल विकास पर और ज़्यादा फोकस किया जाएगा। यहां के छाऊ कलाकारों, यहां के हस्तशिल्पियों को कमाई और मान सम्मान से जुड़ी दूसरी सुविधाएं मिले, ये सुनिश्चित किया जाएगा।
मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी के दिन अब गिनती के रह गए हैं और ये बात ममता दीदी भी अच्छी तरह समझ रही हैं। इसलिए वो कह रही हैं, खेला होबे। जब जनता की सेवा की प्रतिबद्धता हो, जब बंगाल के विकास के लिए दिन-रात एक करने का संकल्प हो, तो खेला नहीं खेला जाता, दीदी।
प्रधानमंत्री ने बताया कि 10 साल के तुष्टिकरण के बाद, लोगों पर लाठियां-डंडे चलवाने के बाद, अब ममता दीदी अचानक बदली-बदली सी दिख रही हैं। ये हृदय परिवर्तन नहीं है, ये हारने का डर है। ये बंगाल की जनता की नाराजगी है, जो दीदी से ये सब करवा रही है।
इसी बीच पीएन ने जनता को संबोधित करने हुए कहा "दीदी बोले खेला होबे, बीजेपी बोले विकास होबे। दीदी बोले खेला होबे, बीजेपी बोले शिक्षा होबे। दीदी बोले खेला होबे, बीजेपी बोले अस्पताल होबे।" उन्होंने आगे कहा कि जब दीदी को चोट लगी तो हमें चिंता हुई। मेरी भगवान से प्रार्थना है कि उनके पैरों की चोट जल्द से जल्द ठीक हो।
पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल के लोग बहुत पहले से कह रहे हैं- लोकसभा में टीएमसी हाफ और इस बार पूरी साफ। लोगों का इरादा देख, दीदी अपनी खीज मुझ पर निकाल रही हैं। लेकिन हमारे लिए तो देश की करोड़ों बेटियों की तरह दीदी भी भारत की एक बेटी हैं, जिनका सम्मान हमारे संस्कारों में बसा है।
उन्होने आगे कहा "तुष्टिकरण के लिए आपकी(ममता बनर्जी) हर कार्रवाई बंगाल के लोगों को याद है। बंगाल की जनता को याद है जब आपने देश की सेना पर तख्तापलट की कोशिश का आरोप लगाया, जब पुलवामा हमला हुआ तब आप किसके साथ खड़ी थीं ये भी बंगाल के लोग भूले नहीं हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार की नीति है- जीबीटी- यानि 'डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर'। पश्चिम बंगाल में दीदी सरकार की दुर्नीति है- टीएमसी- यानि 'ट्रांसफर माय कमीशन'। यहां आयुष्मान योजना लागू नहीं हुई क्योंकि 'ट्रांसफर माय कमीशन' नहीं हो पाया।