किस से कितनी जमीन खरीदी प्रियंका गांधी ने
घर बनाने के काम से जुड़े लोगों की मानें तो शिमला में बरसात के दस्तक देने से पहले सीमेंट का काम पूरा कर लिया जाएगा। उसके बाद इंटीरियर के काम को सर्दियां आने से पहले अंजाम दे दिया जाएगा। हाल ही में सोनिया गांधी और प्रियंका वाड्रा दोनों निर्माणाधीन घर का जायजा लेने शिमला पहुंची थी। मौके पर देखा गया कि सोनिया गांधी ने गौर से जायजा लेकर मौके पर आंशिक बदलाव के निर्देश दिए। स्थानीय स्तर पर निर्माण कार्य देख रहे कांट्रेक्टर तेंजिंग को प्लास्टर सहित दूसरे काम जल्द से जल्द करने के लिए कहा गया है। गौरतलब है कि पिछले आठ साल से प्रियंका गांधी का घर बन रहा है और अभी तक पूरा नहीं हुआ है।
हालांकि यह घर पहाड़ों में बनने वाले दूसरे घरों की तरह ही होगा। पहाड़ी शैली में छत डाली जाएगी। छत के लिए मंडी जिले से स्टेल लाई जाएगी। पत्थर धर्मशाला और मंडी की पत्थर खानों से लाए जाएंगे। बताया जा रहा है कि पहले मकान तोडऩे के पीछे एक कारण यह था कि घर पांच बिस्वा जमीन पर निर्मित हो रहा था। सोनिया और प्रियंका इतना बड़ा मकान नहीं चाहती थीं। इसलिए अब चार बिस्वा भूमि पर छोटा मकान बनाया जा रहा है। निर्माण कार्य की देखरेख करते रहे केयर टेकर केहर सिंह खाची का कहना है कि मकान के आसपास सेब का बगीचा तैयार किया जाएगा और जमीन के कुछ हिस्से में चेरी व दूसरे फलदार पौधे भी लगाए जाएंगे।
यह मकान ऐसी दिशा में निर्मित हो रहा है, जहां से पूरा साल भर हिमालय की बर्फ से लदी चोटियों का नजारा मिलता रहेगा। शिमला शहर से 13 किलोमीटर दूर स्थित छराबड़ा के एक किनारे पर राष्ट्रपति निवास है तो राष्ट्रीय उच्चमार्ग की दूसरी ओर ओबराय ग्रुप का वाइल्ड फ्लावर हॉल होटल है। पहाड़ी की पश्चिमी ढलान पर एशिया का सघन वन क्षेत्र है, जिसे सरकार ने रिजर्व फॉरेस्ट घोषित किया हुआ है।
आखिर किस-किस से ली प्रियंका ने जमीन
प्रियंका गांधी ने पहली बार वर्ष 2006 में छराबड़ा क्षेत्र में दो किसानों से जमीन खरीदी थी। सतेंद्र कुमार व सतीश कुमार से चार बीघा, चार बिस्वा जमीन अगस्त 2007 में खरीद की गई थी। वर्ष 2011 में एक दिन में एक
बीघा से अधिक जमीन खरीदी गई।
- वर्ष 28-8-2007 4 बीघा 4 बिस्वा सतेंद्र कुमार व सतीश कुमार
- वर्ष 17-12-2011 13 बिस्वा अमरवीर तस्रीचा
- वर्ष 17-12-2011 11 बिस्वा देवेंद्र व जीत सिंह
- वर्ष 10-06-2014 12 बिस्वा मनजीत