संघ के बारे में पैदा किया जा रहा भ्रम : शाइस्ता
शाइस्ता ने लखनऊ के दौरे पर आये संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात के बाद कहा कि आज उन्होंने एक कार्यक्रम में भागवत का पूरा भाषण सुना जिसमें उन्होंने समाज को जोड़ने, मानवता और राष्ट्र को मजबूत बनाने की बात कही। साथ ही भागवत ने किसी भी दूसरे धर्म या समुदाय विशेष के बारे में कोई ऐसी टिप्पणी नहीं की, जिससे यह अहसास होता कि संघ केवल हिन्दुत्व का हिमायती है या केवल हिन्दुत्व की बात करता है।
शाइस्ता ने यह भी कहा कि भागवत के भाषण को सुनकर अच्छा लगा कि वह समाज के सभी वर्गों और धर्मावलंबियों को जोड़ने का संदेश दे रहे थे। भागवत को लेकर अनावश्यक भ्रम फैलाया जा रहा है। इस सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि उन्होंने संघ प्रमुख से मुलाकात के दौरान उनसे अनुरोध किया कि वे उनके क्षेत्र में बनवाई गई मस्जिद और धर्मशाला में आएं ताकि यह संदेश जाए कि संघ मंदिर और मस्जिद में कोई भेद नहीं करता। इस पर भागवत ने सकारात्मक लहजे में कहा कि इस बार तो उनका बहुत व्यस्त कार्यक्रम है लेकिन अगली बार जब भी लखनऊ आएंगे तो मस्जिद जरूर देखेंगे।
एक अन्य कार्यक्रम में भागवत ने कहा, ‘समाज के प्रति हृदय की संवेदना ही हमारी सेवा है। जब तक समाज में दु:ख रहेगा, संघ कार्य करता रहेगा। संघ का स्वयंसेवक स्वयं होकर सेवा करने वाला होता है। उसका कोई स्वार्थ नहीं होता और वह किसी भावना के तहत भी काम नहीं करता।’ भागवत ने इस मौके पर संघ के विशाल नेटवर्क, विभिन्न राज्यों में किए जा रहे कार्य, संघ के प्रकल्पों का भी उल्लेख किया।