दो महीने बाद दिल्ली, हरियाणा, पंजाब में शुरू हुई बस सेवा, थर्मल स्क्रीनिंग के बाद बस में चढ़ने की इजाजत
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के चौथे चरण की शुरुआत के साथ करीब दो महीने बाद दिल्ली में बस सेवा सीमित यात्रियों के साथ बहाल कर दी गई है। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि विभाग सार्वजनिक परिवहन सेवा फिर से शुरू करने के संबंध में सभी आवश्यक सावधानियां बरत रहा है। साथ ही लोगों से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने की अपील की है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने कहा है कि राजधानी के आनंद विहार बस अड्डे से उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड के लिए बस सेवा नहीं चलाई जाएगी। इसलिए यात्री यहां पर एकत्रित न हों।
हरियाणा, पंजाब, यूपी और राजस्थान में भी बस सेवा शुरू
हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी बस सेवा को बहाल कर दिया गया है। जिनमें सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाइजेशन और मास्क के इस्तेमाल का पालन करना होगा। हरियाणा में बस सेवा को मंगलवार से सीमित संख्या में कंटेनमेंट जोन छोड़ बहाल कर दिया गया है। इसके साथ ही हरियाणा सरकार ने यात्रियों के आने-जाने की सुविधा हेतु अंतरराज्यीय बस सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में सरकार ने उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और चंडीगढ़ को सहमति के लिए पत्र लिखा है। वहीं, पंजाब में क्षमता से आधे यात्रियों को बस में बैठाया जाएगा। कंटेनमेंट जोन में बस नही रुकेगी।
व्यस्त बस स्टैंडों पर स्क्रीनिंग शुरू: कैलाश गहलोत
दिल्ली में मंगलवार से सीमित यात्रियाें के साथ केजरीवाल सरकार द्वारा सार्वजनिक परिवहन को लेकर जारी गाइडलाइन के मुताबिक बस, ऑटो-रिक्शा और टैक्सी सेवा शुरू हो गई। बस में सिर्फ बीस यात्री ही यात्रा कर सकते हैं जबकि ऑटो-रिक्शा में एक यात्री को बैठने की इजाजत दी गई है। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, “कुछ टर्मिनलों और बस स्टैंडों पर यात्रियों के चढ़ने से पहले उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था शुरू की गई है। सभी भीड़-भाड़ वाले व्यस्त बस स्टैंड पर जल्द-से-जल्द इसे लागू करने का प्रयास किया जा रहा है।”
'बस ड्राइवरों को ड्यूटी ज्वाइन करने में हो रही दिक्कत'
परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि क्षमता के मुताबिक बसों को चलाने की कोशिश की जा रही है। कुछ ड्राइवर और कंडक्टर एनसीआर शहरों में रह रहे हैं। जिसकी वजह से उन्हें ड्यूटी में शामिल होने में मुश्किल हो रही है। आने वाले दिनों में स्थिति में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि सुबह से बस सेवा फिर से शुरू होने के बाद से कोई बड़ी समस्या सामने नहीं आई है। हालांकि सीमित यात्रियों को बैठाने की वजह से कुछ क्षेत्रों को छोड़कर कई स्टैंड पर लोगों को थोड़ा इंतजार करना पड़ा है।
बकाया वेतन न मिलने पर नहीं लौटे कई चालक
वहीं, सूत्रों के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में कुछ क्लस्टर बसों का ठहराव नहीं हुआ। कई बस ड्राइवर काम पर नहीं लौटे हैं। उनका दावा है कि लॉकडाउन अवधि को लेकर उनके वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। सूत्र के मुताबिक दिचाओ कलां, कंझावला, कैर और बवाना डिपो से कई क्लस्टर बसों को नहीं चलाया गया है। क्योंकि, वेतन का बकाया होने और भुगतान नहीं होने की वजह से बस चालकों ने काम पर लौटने से इनकार कर दिया। बता दें, दिल्ली एकीकृत मल्टी मोडल ट्रांजिट सिस्टम (डीआईएमटीएस) शहर में 2,500 से अधिक क्लस्टर बसों का संचालन करता है। जबकि डीटीसी की 3,900 बसें चलाई जाती हैं।