सिक्का उछालकर पोस्टिंग का फैसला कर फंसे पंजाब के मंत्री
पंजाब के तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पोलिटेक्निक कॉलेज में लेक्चरर की पोस्टिंग का फैसला सिक्का उछालकर करने पर विवादों में फंस गए हैं। इस तरह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
मामला तूल पकड़ने के बाद चन्नी ने कहा कि उन्होंने परंपरा से हटकर 37 लोगों को उनकी मनपंसद जगह पर पोस्टिंग देने के लिए बुलाया था।। इन में से समान योग्यता वाले दो लोग एक ही जगह पर पोस्टिंग चाहते थे। इस लिए उन्होंने पोस्टिंग तय करने के लिए टॉस करने का प्रस्ताव रखा।
These stations used to be sold. I broke nexus,called 37 candidates & alloted stations of their wishes. 2 boys of equal merits wanted same station & so they only proposed to do toss:CS Channi, #Punjab Technical Educational min on using coin for toss to decide posting of professors pic.twitter.com/1McOk7eidq
— ANI (@ANI) February 13, 2018
दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री और शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर ने तंज कसते हुए कहा कि यह अमरिंदर सिंह कैबिनेट के मंत्रियों की गुणवत्ता को दिखाता है। लोगों को इन्हें बाहर कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के फैसले लेने की कुछ प्रक्रिया होती है लेकिन यह आदमी सिर्फ सिक्का उछाल रहा है। इस उनकी तुच्छ सोच को दर्शाता है।
This indicates the quality of ministers in Amarinder Singh's cabinet. Public should vote him out. There are some criteria to take such decisions, this man is just tossing the coin. This shows the kind of frivolous thinking of him: Harsimrat Kaur Badal, Union Cabinet Minister pic.twitter.com/HEcfWqvQaw
— ANI (@ANI) February 13, 2018
यह घटना सोमवार की है। मंत्री ने पंजाब लोक सेवा आयोग द्वारा हाल में ही चयनित 37 मैकेनिकल लेक्चरर को पोस्टिंग का आदेश देने के लिए बुलाया था। इनमें से दो पटियाला के गवर्नमेंट पोलिटेक्निक इंस्टीट्यूट में अपनी पोस्टिंग चाहते थे। इनमें से एक नाभा का था जबकि दूसरा पटियाला का। इस मामले को निपटाने के लिए चन्नी ने टॉस करने का फैसला किया। इसी दौरान वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने इसकी वीडियो बना ली जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
हालांकि, सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा है कि मंत्री का मकसद पारदर्शी ढंग से पोस्टिंग करना था। उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया इस मामले को बेवजह तूल दे रहा है।