ओडिशा रेल हादसा: पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने थपथपाई रेल मंत्री की पीठ, इस्तीफे की मांग को बताया गलत
विगत दो जून को ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना को लेकर कई विपक्षी नेताओं ने रेल मंत्री से इस्तीफे की मांग की है। अब पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा उनके समर्थन में उतरे हैं। जनता दल (सेकुलर) के प्रमुख देवगौड़ा ने कहा कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बहाली और हादसे के कारण हुए नुकसान को जल्द सही करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। रेल मंत्री ने अपना सर्वोच्च दिया है। इसके बाद भी उनके इस्तीफे की मांग करना गलत है।
बता दें कि दो यात्री ट्रेनों और एक मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने से कुल 278 लोगों की जान गई थी और करीब 1200 लोग घायल हुए थे।
जेडी (एस) के चीफ और पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने कहा, "रेल मंत्री ने ओडिशा रेल हादसे में हुए समूचे नुकसान की भरपाई के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। वह फिलहाल इस संबंध में अथक परिश्रम कर रहे हैं। जांच पूरी होने दीजिए। मंत्री अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं और इस स्तर पर उनका इस्तीफा मांगना बुद्धिमानी नहीं है।"
गौरतलब है कि रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख, गंभीर रूप से घायलों को दो लाख रुपये और अन्य घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हालातों का जायजा लेने खुद ओडिशा पहुंचे थे। पीएम ने घायलों और मृतकों के परिजनों से बात की। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जाएगी। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी ओडिशा में ही मौजूद थे। विपक्ष द्वारा इस्तीफे की मांग पर उन्होंने कहा था कि मैं कहीं नहीं जा रहा हूं, यहीं हूं। राजनीति न करें।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्षी दल एकजुट होकर एक गठबंधन बनाना चाहते हैं, ताकि भारतीय जनता पार्टी को एक टक्कर दी जा सके। इसी सिलसिले में एचडी देवगौड़ा से भी सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा, "हमने अभी तक कोई चर्चा नहीं की है। पहली बात, हम स्थानीय निकाय चुनाव के लिए पार्टी को मजबूत करना चाहते हैं।"